उज्जैन, अग्निपथ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 13 से 17 जुलाई तक स्पेन और दुबई के महत्वपूर्ण दौरे पर रहेंगे। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश में विदेशी निवेश को आकर्षित करना और राज्य के लिए व्यापार के नए अवसरों को तलाशना है। मुख्यमंत्री शनिवार को ही अपनी विदेश यात्रा के लिए दिल्ली पहुँच गए हैं। यह दौरा राज्य को वैश्विक मंच पर स्थापित करने और औद्योगिक विकास को गति देने की सरकार की रणनीति का हिस्सा है।
दुबई में अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों से होगी उच्च-स्तरीय वार्ता
विदेश प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री यादव दुबई में कई प्रमुख वैश्विक कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। वे लुलु इंटरनेशनल ग्रुप, लैंडमार्क ग्रुप और नखिल ग्रुप जैसी अंतर्राष्ट्रीय रिटेल और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों के साथ उच्च-स्तरीय वार्ता करेंगे। इन बैठकों में प्रदेश में लॉजिस्टिक्स पार्क, वेयरहाउस, रिटेल चेन और अन्य निवेश संबंधी सहयोग पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
दुबई में, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की इंडियन बिजनेस एंड प्रोफेशनल काउंसिल के प्रतिनिधियों के साथ भी एक महत्वपूर्ण बैठक तय है। इस बैठक के दौरान, मध्य प्रदेश की औद्योगिक तैयारियों और निवेश नीतियों को लेकर एक विशेष प्रस्तुति दी जाएगी, जिससे संभावित निवेशकों को राज्य की क्षमताओं और अवसरों से अवगत कराया जा सके। यह दौरा राज्य के आर्थिक विकास के लिए एक नई दिशा प्रदान कर सकता है।
स्पेन में ग्रीन मोबिलिटी और टेक्सटाइल पर रहेगा फोकस
दुबई के दौरे के बाद, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 16 से 17 जुलाई तक स्पेन के प्रवास पर रहेंगे। बार्सिलोना में, वे स्पेन की अग्रणी ऑटोमोबाइल कंपनियों और ग्रीन मोबिलिटी टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे निवेशकों के साथ संवाद करेंगे। यह बैठकें मध्य प्रदेश को ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रिक वाहन (EV) क्षेत्र में एक हब बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगी।
इसके अलावा, बार्सिलोना में होने वाली बैठकों में टेक्सटाइल, गारमेंट और डिज़ाइन सेक्टर की कंपनियों से भी बातचीत होगी। इसका उद्देश्य मध्य प्रदेश में पीएम मित्र पार्क और वर्धमान सहित अन्य टेक्सटाइल क्लस्टर को और गति प्रदान करना है। मुख्यमंत्री की स्पेन यात्रा का एक बड़ा फोकस पर्यटन और हेरिटेज हॉस्पिटैलिटी सेक्टर पर भी रहेगा, जिससे राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।
मुख्यमंत्री के पिछले विदेशी दौरे और कांग्रेस का हमला
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पिछले वर्ष नवंबर-दिसंबर में यूके और जर्मनी का दौरा किया था और इस साल जनवरी में जापान के निवेशकों से भी संवाद किया था। इन दौरों का स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी, ऑटोमोबाइल, यूनिवर्सिटी लिंकेज, इलेक्ट्रॉनिक्स और एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में सकारात्मक माहौल बना है।
इसी बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री के विदेशी दौरे पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार लाड़ली बहनों को 1500 रुपये नहीं दे पा रही है और नए पंजीयन भी नहीं हो रहे, जिससे प्रदेश की आर्थिक स्थिति का पता चलता है।
पटवारी ने सरकार से मांग की है कि वह श्वेत पत्र लाकर जनता को बताए कि इन विदेशी और अन्य दौरों से कितना निवेश आया और उन पर कितना खर्च हुआ। उन्होंने कहा कि सालों से हो रहे इन्वेस्टर्स समिट से प्रदेश को क्या मिला, यह सदन में बताया जाना चाहिए।