उज्जैन, अग्निपथ। 11 जुलाई 2025 से श्रावण मास शुरू हो रहा है। यह महीना धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होता है और विशेषकर महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ती है। इसी को ध्यान में रखते हुए उज्जैन पुलिस द्वारा एक व्यापक, व्यवस्थित और तकनीकी रूप से मजबूत ट्रैफिक एवं डायवर्जन योजना तैयार की गई है। इसका उद्देश्य दर्शनार्थियों को सुगम यात्रा और स्थानीय नागरिकों को सुचारु यातायात सुविधा प्रदान करना है।
यातायात व्यवस्था: सामान्य दिनों और सोमवार सवारी के लिए अलग-अलग योजना
उज्जैन पुलिस ने श्रावण मास के दौरान यातायात को सुचारू रखने के लिए एक विस्तृत रणनीति बनाई है। सामान्य दिनों और सोमवार को निकलने वाली महाकाल की सवारी के लिए अलग-अलग यातायात योजनाएं लागू होंगी।
चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग स्थल:
- इंटरपिटीशन पार्किंग: यह मुख्य पार्किंग स्थल होगा।
- चारधाम पार्किंग: एक और महत्वपूर्ण चार पहिया वाहन पार्किंग।
- नरसिंह घाट पार्किंग: श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक स्थान।
- कार्तिक मेला मैदान: विशेष रूप से भारी वाहनों के लिए निर्धारित।
- हरिफाटक चौराहा, मन्नत गार्डन: एक वैकल्पिक पार्किंग विकल्प।
- इंपीरियल पार्किंग: अतिरिक्त पार्किंग क्षमता प्रदान करेगा।
- हरिफाटक ब्रिज के नीचे पार्किंग: पुल के नीचे की जगह का भी उपयोग किया जाएगा।
दो पहिया वाहनों के लिए पार्किंग स्थल:
- हरसिद्धि की पाल: मंदिर के करीब दो पहिया वाहनों के लिए।
- क्षीरसागर मैदान: विशाल क्षेत्र में दो पहिया पार्किंग।
- टंकी चौराहा मल्टी लेवल पार्किंग: भीड़भाड़ कम करने के लिए बहुमंजिला पार्किंग।
अतिरिक्त जानकारी: इंटरपिटीशन पार्किंग भर जाने की स्थिति में वैकल्पिक मार्ग और पार्किंग स्थलों की सूचना बोर्डों के माध्यम से मौके पर उपलब्ध रहेगी।
कालभैरव मंदिर दर्शन के लिए पार्किंग व्यवस्था
श्रद्धालु महाकालेश्वर के दर्शन के बाद अक्सर कालभैरव मंदिर जाते हैं। पुलिस ने महाकाल से काल भैरव पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्ग चिह्नित किए हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- हरिफाटक चौराहा, जंतर-मंतर, लालपुल, रणजीत हनुमान, कालभैरव मंदिर, कर्कराज पार्किंग / नरसिंह घाट, शंकराचार्य चौराहा, कालिदास उद्यान, मोजमखेड़ी, कालभैरव मंदिर।
बाहरी शहरों से सीधे कालभैरव जाने हेतु मार्ग:
- इंजीनियरिंग कॉलेज तिराहा, पाइप फैक्ट्री, विक्रम नगर, मंडी चौराहा, जेल तिराहा, कालभैरव।
सोमवार की महाकाल सवारी का मार्ग
श्रावण मास में भगवान महाकालेश्वर की सवारी प्रत्येक सोमवार को शाम 4 बजे प्रारंभ होकर निम्नलिखित मार्ग से निकलेगी: महाकाल मंदिर, हरसिद्धि, रामानुजकोट, कार्तिक चौक, छतरी चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी, रामघाट से वापस महाकाल मंदिर।
महत्वपूर्ण चेतावनी: सवारी मार्ग पर आने वाली गलियों में दो पहिया/अन्य वाहन पार्क करने पर कार्रवाई की जाएगी और क्रेन से हटाकर जुर्माना वसूला जाएगा।
डायवर्जन एवं प्रतिबंधित मार्ग
श्रावण मास में निम्नलिखित मार्गों पर वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया है:
- देवास गेट से दौलतगंज
- इंदौर गेट से महाकाल घाटी
- बेगमबाग से कोट मोहल्ला
- हरसिद्धिपाल से गुदरी
- दानीगेट से ढाबा रोड
- जूना सोमवारिया से केडी गेट
उज्जैन पुलिस की विशेष पहल
उज्जैन पुलिस ने श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों की सुविधा के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं:
- यातायात नियंत्रण कक्ष और रियल टाइम निगरानी प्रणाली: पूरे शहर में यातायात पर पैनी नजर रखी जाएगी।
- डिजिटल मैपिंग और दिशा-सूचक बोर्डों की व्यवस्था: श्रद्धालुओं को सही दिशा में मार्गदर्शन मिलेगा।
- सघन चेकिंग, एंबुलेंस एवं आपातकालीन सेवाओं के लिए अलग रूट: किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए विशेष व्यवस्था।
- स्वयं पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में वरिष्ठ अधिकारी प्रतिदिन निरीक्षण हेतु नियुक्त: उच्चाधिकारियों की सीधी निगरानी से व्यवस्था सुदृढ़ रहेगी।
यह व्यापक योजना श्रावण मास के दौरान महाकाल मंदिर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक सुगम और सुरक्षित अनुभव सुनिश्चित करेगी, साथ ही शहर के यातायात को भी व्यवस्थित रखेगी।