सीहोर, अग्निपथ. सीहोर शहर ने हाल ही में जारी हुए स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 के नतीजों में शानदार प्रदर्शन किया है। गुरुवार को घोषित परिणामों में सीहोर ने 1-3 लाख आबादी वाले शहरों देश में छठवां, नगर पालिकाओं की तालिका में दूसरा और प्रदेश में पहला स्थान हासिल कर अपनी स्वच्छता का लोहा मनवाया है। इस बार 3-स्टार रेटिंग के साथ-साथ सीहोर को वाटर प्लस का दर्जा भी मिला है, जो शहरवासियों के सहयोग और नगर पालिका के प्रयासों का नतीजा है।
नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर सहित सीएमओ और पार्षदों ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए सभी क्षेत्रवासियों को बधाई दी है। गुरुवार को प्रेसवार्ता में राठौर ने बताया कि यह सफलता स्वच्छता मित्रों की कड़ी मेहनत और शहरवासियों की जागरूकता के कारण संभव हुई है। उन्होंने कहा कि पहले सीहोर देश में 67वें स्थान पर था, लेकिन अब हमने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि आने वाले दिनों में शहर को देश में नंबर एक बनाने के लिए मिलकर काम करना होगा।
निरंतर प्रयासों का मिला परिणाम
नगर पालिका द्वारा शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की कवायदें लगातार जारी थीं, जिसका परिणाम यह है कि इस संकल्प में समस्त पार्षद, नगर पालिका का अमला और क्षेत्रवासियों का पूरा साथ मिला। कचरा गाड़ियों के घर-घर जाकर कचरा कलेक्शन करने से लेकर कूड़ाघर और नालियों की नियमित सफाई का क्रम लगातार जारी रहा। इसके अलावा, सैकड़ाखेड़ी मार्ग, पुराना हाईवे, टाउनहॉल के सामने, नदी चौराहा जैसे स्थानों को युद्धस्तर पर सुंदर बनाने के सकारात्मक प्रयास किए गए।
नगर पालिका अध्यक्ष राठौर ने यह भी बताया कि शहर को स्वच्छ और सुंदर रखने के लिए निरंतर विशेष सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं। काम नहीं करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और आगामी समय में व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए नया प्लान तैयार किया जाएगा।
नंबर वन बनने की तैयारी शुरू
नगर पालिका स्वच्छता प्रभारी ने बताया कि उनका लक्ष्य स्पष्ट था और वे उस पर लगातार काम कर रहे थे। पिछले वर्ष उनकी रैंकिंग 50वें स्थान पर थी, जिसे सभी समाजसेवियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने गंभीरता से लिया और जरूरी मापदंडों पर कार्य किया। नगर पालिका के कर्मचारियों और अधिकारियों का इसमें महत्वपूर्ण योगदान रहा।
नगर पालिका के सीएमओ सुधीर कुमार ने कहा कि देश में नगर को नंबर एक बनाने के लिए आज से ही तैयारियां शुरू करनी होंगी, क्योंकि स्वच्छता एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। उन्होंने सभी से स्वच्छता को अपने आचरण में इस तरह अपनाने का आग्रह किया कि वह उनकी आदत बन जाए। सभी दरोगा और डोर-टू-डोर चालकों को सफाई के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई है।
सख्त नियम और अर्थदंड का प्रावधान
एक महत्वपूर्ण निर्णय यह भी लिया गया है कि अब शहर में कोई भी कचरा सड़क पर या नाली में डालते पकड़ा गया तो संबंधित के विरुद्ध स्थल पर ही सफाई दरोगा द्वारा अर्थदंड की चालानी कार्यवाही की जाएगी। यदि दो से तीन बार एक ही व्यक्ति के विरुद्ध अर्थदंड की कार्यवाही होती है, तो ऐसे व्यक्ति के विरुद्ध न्यूसेंस की धारा 133 के अंतर्गत अनुविभागीय अधिकारी राजस्व की ओर कार्यवाही हेतु प्रकरण तैयार कर भेजा जाएगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि निर्माणाधीन कार्यों का मटेरियल सड़क किनारे इकट्ठा न किया जाए। कार्य पूर्ण होने पर पूरी सफाई की जवाबदारी निर्माण कराने वाले व्यक्ति की होगी, अन्यथा चालानी अर्थदंड कार्यवाही की जाएगी।
नगर पालिका सीहोर ने सभी सम्मानित नागरिकों से आग्रह किया है कि वे अपने घरों का कचरा सड़क पर या नाली में न डालें, बल्कि केवल डोर-टू-डोर वाहन में ही कचरा डालें। उनका एक कदम नगर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।