कच्ची सडक़ होने से कॉलेज जाने में होती है समस्या
जावरा, अग्निपथ। शिक्षा के मंदिर तक पहुंचने की कठिन राह कई बार मांग के बाद भी नहीं सुधरी तो विद्यार्थियों का सब्र जवाब दे गया। कालूखेड़ा महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सोमवार को कड़ी धूप में कॉलेज परिसर में धरना प्रदर्शन किया। इसमें कांग्रेसियों ने भी उनका साथ दिया।
लंबे समय से अनसुनी समस्या के हल की मांग को लेकर सोमवार सुबह 11 बजे कांग्रेस नेता वीरेंद्रसिंह सोलंकी के साथ छात्र-छात्राएं कॉलेज परिसर पहुंचे और गेट पर ताला लगाकर कॉलेज के सामने धरने पर बैठ गए। इस दौरान छात्राएं बोली कीचड़ भरे रास्तों से निकले हुए डर लगता है लेकिऩ मज़बूरी में पढ़ाई के लिए कॉलेज आना पड़ता है। कॉलेज में प्रवेश मार्ग से लेकर कॉलेज तक कीचड़, सडक़ गड्ढे में तब्दील, बारिश के चलते चारों तरफ कीचड़ और गंदगी पसरी है। जानवरों का भी भय रहता है। कई बार जिम्मेदार को अवगत कराने के बाद भी सडक़ नहीं बनी।
हाथों में तख्तियां लिए विद्यार्थी व कांग्रेसी नारेबाजी कर कॉलेज पहुंच मार्ग को जल्द से जल्द सुधारने की मांग कर रहे थे। दो घण्टे तक कड़ी धूप में धरना देने के बाद कॉलेज से कीचड़ भरे रास्ते से कऱीब एक किलोमीटर से भी ज्यादा पैदल चल कर कॉलेज के छात्र-छात्राएं कालूखेड़ा बस स्टैंड पहुँचे जहां पर लोक निर्माण मंत्री के नाम का ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा गया। जिसमें मांग की गई कि कालूखेड़ा मुख्य मार्ग से कॉलेज तक सडक़ निर्माण शीघ्र करवाए जाए ताकि कॉलेज के छात्रों को इस समस्या से निजात मिल जाए।
इनकी पीड़ा
कॉलेज की छात्रा राजकुँवर राठौड़ ने बताया कि हमारे सीनियर लोग यहां पढ़े हैं। उन्होंने भी मांग की थी लेकिन अभी तक सडक़ नहीं बनी है। हम लोग यहां पर अकेले चलकर आते है और लड़कियों के लिए तो बहुत ही ज्यादा दिक्कत आती है। लड़कियों के लिए तो बरसात में इस कीचड़ में आना और कभी अकेले आना और भी खौफनाक लगता है।
यह है दिक्कत
शासकीय महाविद्यालय कालूखेड़ा में लगभग 500 से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। आसपास के कई गांवों से भी विद्यार्थी यहां आते है। कालूखेड़ा से कॉलेज की दूरी कऱीब एक किलोमीटर से भी ज़्यादा है। इस एक किलोमीटर से ज्यादा का सफऱ तय करने में छात्रों को काफ़ी समस्या का सामना करना पड़ता है।
रास्ता कच्चा होने के कारण बारिश में पूरे रास्ते मे कीचड़ और गंदगी पसर जाती है। जिसमें गाड़ी तो ठीक पैदल चलना भी मुश्किल होता है और इस पर होकर ही मजबूरी में छात्रों को रोज निकलाना पड़ता है।
बीमारियों और जानवरों का भी भय इस कीचड़ भरी रास्ते मे बना रहता है। छात्रों और कॉलेज स्टाफ़ द्वारा कई बार जिम्मेदार को अपनी परेशानी से अवगत करवाया गया किंतु इस ओर किसी ने भी ध्यान नही दिया है।
प्रशासन सक्षम नहीं तो हम बनवाएंगे रोड
कालूखेड़ा कॉलेज तक पहुंचने वाले रास्ते की सडक़ छह साल बाद भी नहीं बन सकी है। तत्काल इस सडक़ का पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा निर्माण कराए। निर्माण में देरी होती है तुरंत मुरम डाले। अगर प्रशासन मुरम डलवाने में सक्षम नहीं है तो हमें इजाजत दें हम श्रमदान से रोड बनवाने के लिए तैयार हैं। – वीरेंद्र सिंह सोलंकी, कांग्रेसी नेता