झाबुआ। जिले के बाजारों में पाली सोना कहे जाने वाले सोयाबीन और सफेद सोना कहे जाने कपास की भारी मात्रा में अब आवक आरंभ हो गई है। जिले के ग्र्रामीण क्षेत्रों में खरीफ फसलों में मक्का के साथ सोयाबीन और कपास की पैदावार अच्छी होने पर किसान कटाई कर इसे बेचने के लिए बाजारों सहित कृषि मंडियों में भी ला रहे है और अच्छे दाम प्राप्त कर रहे है। झाबुआ में रविवार को हाट बाजार होने से इस दिन आसपास के अचंलों में बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरूष वाहनों में बोरिया भरकर मक्का, कपास, सोयाबीन बेचने के लिए लाए, तो कई ग्रामीणों ने इनकी खरीदी भी की।
ज्ञातव्य रहे कि इस वर्ष वर्षाकाल में अब तक पर्याप्त बारिष होने से फसले अच्छी रहीं है। मक्का खरीफ सीजन में किसानों द्वारा विषेष रूप से बोई जाने के साथ ही सोयाबीन और कपास की भी फसल की जाती है। अच्छी बारिष होने के बाद मक्का के साथ कपास और सोयाबीन की फसले बड़ी होने से किसान वर्ग इसकी कटाई कर बेचने के लिए जिले के बाजारों, विशेषकर कृषि मंडियों में ला रहे है। किसान बोरियों और थैलों में भरकर यह अनाज टाटा मेजिक वाहन, पिकअप वाहन, लोडिंग रिक्षा आदि में भरकर अनाज व्यापारियों के यहां ला रहे है।
बाजार में अनाज व्यापारी करते है ठगी
बाजार में अनाज व्यापारी इनसे कपास स्वयं द्वारा निर्धारत दाम पर खरीद रहे है। वहीं मंडियों में बेचने पर उन्हें शासकीय रेट के अनुसार पैसा दिया जा रहा है। अक्सर बाजारों में अनाज व्यापारी अनाज खरीदी करते एक ओर जहां अपने अनुसार पैसा देने के साथ ही तोल-कांटों में भी गड़बडिय़ां कर ठगी करते है। इस तरह की षिकायते अक्सर सामने आती है।
अच्छी फसल से किसान वर्ग खुष
झाबुआ में रविवार को हाट बाजार होने से किसानों की अच्छी भीड़ रहंी। अधिकतर कृषक महिला-पुरूषों से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि इस बार पर्याप्त बारिष से खरीफ फसले अच्छी रहीं है। विषेषकर मक्का की अच्छी पैदावार होने के साथ पर्याप्त पानी मिलने से कपास और सोयाबीन से भी पैदावार आरंभ होने से किसानों के चेहरे खिले हुए है।