विधिक सेवा प्राधिकरण ने समाज पदाधिकारियों को दी योजना की जानकारी
उज्जैन, अग्निपथ। विधिक सेवा प्राधिकरण समुदाय में होने वाले विवादों के निपटारे के लिए एक अनूठी पहल करने जा रहा है। उज्जैन में जल्द ही सामुदायिक मध्यस्तता केंद्र की स्थापना होने जा रही है। इस केंद्र पर समाज के प्रतिष्ठितजनों को मध्यस्त बनाकर विवाद सुलझाए जा सकेंगे और विवादों के कोर्ट में पहुंचने की नौबत ही नहीं आएगी।
जिला न्यायालय में गुरूवार की दोपहर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव, जिला न्यायाधीश अरविंद कुमार जैन ने विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस बैठक में सभी समाज प्रमुखों को विधिक सेवा प्राधिकरण की सामुदायिक मध्यस्तता केंद्र से जुड़ी योजना के बारे में बताया गया। सभी समाज प्रमुखों से अपने-अपने समाज के 5-5 प्रतिष्ठितजनों के नाम मांगे गए है। इन्हें विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षित समाजजन समुदाय में उत्पन्न होने वाले सभी श्रेणी के विवादों को कोर्ट में पहुंचने से पहले ही सामुदायिक स्तर पर ही सुलझाने का प्रयास करेंगे।
जिला न्यायाधीश अरविंद कुमार जैन ने बताया कि वर्तमान में न्यायालयों में पारिवारिक एवं संपत्ति के विवाद संबंधी प्रकरणों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। ऐसे विवादों से समाज के व्यक्तियों का धन व समय बर्बाद होता है, दूसरी तरफ सरकारों पर भी आर्थिक बोझ बढ़ताा है। सामाजिक माहौल भी खराब होता है। प्राचीन समय की पंच परमेश्वर वाली परिकल्पना को साकार करने के लिए ही सामुदायिक मध्यस्तता केंद्र की योजना को तैयार किया गया है। इन केंद्रो के माध्यम से समुदाय के सभी तरह के विवाद मध्यस्तता के माध्यम से सुलझाए जा सकेंगे।
गुरूवार दोपहर में जिला विधिक सहायता अधिकारी चंद्रेश मंडलोई ने भी समाज के प्रतिनिधियों को सामुदायिक मध्यस्तता केंद्र की परिकल्पना से अवगत कराया। बार संघ के अध्यक्ष रविंद्र त्रिवेदी, पूर्व अध्यक्ष योगेश व्यास ने नगर के सभी समुदायों के प्रतिनिधियों से इस दिशा में सार्थक पहल किए जाने का आवाहन किया। बैठक में विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों द्वारा इस कार्य योजना को ज्यादा बेहतर बनाने के लिए अपने सुझाव भी दिए गए।