सामान्य श्रद्धालुओं का प्रवेश शंख द्वार और वीआईपी प्रोटोकॉल का प्रवेश फेसिलिटी सेंटर से

महाकालेश्वर मंदिर

पालकी वाहन पर निकालने अथवा ऊंचाई बढ़ाने पर नहीं हो पाया निर्णय

उज्जैन, अग्निपथ। श्रावण भादौ में विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में देश सहित विदेश से श्रद्धालु आएंगे। इन व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासनिक एवं मंदिर अधिकारियों की एक बैठक मंगलवार को मंदिर के प्रशासनिक भवन में आयोजित की गई। इसमें सामान्य श्रद्धालुओं को नृसिंह घाट पर बनाए गए फेसिलिटी सेंटर से प्रवेश देने के बाद शंख द्वार तक लाकर भगवान महाकाल के दर्शन करवाए जाएंगे। इसी तरह वीआईपी और प्रोटोकॉल प्राप्त श्रद्धालुओं को बेगमबाग मार्ग (नीलकंठ मार्ग) परिवर्तित नाम से प्रवेश करवाकर प्रशासनिक भवन के सामने स्थित फेसिलिटी सेंटर से दर्शन करवाने की योजना बनाई गई है। हालांकि पालकी वाहन पर निकाली जाएगी अथवा उसकी ऊंचाई बढ़ाई जाएगी इसको लेकर अभी निर्णय नहीं लिया जा सका है।

मंगलवार को श्रावण भादौ मास में आने वाले देश सहित विदेश के श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था पर मंथन करने के लिए कलेक्टर आशीषसिंह एवं एसपी सत्येन्द्र शुक्ला ने श्रावण मास में निकाले जाने वाली महाकाल सवारी एवं धार्मिक गतिविधियों के मद्देनजर आवश्यक बैठक लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए। सावन मास में कितने श्रद्धालु देश विदेश से आएंगे और उनकी क्या तैयारियां रहेंगी, इसकी समीक्षा की गई। भगवान महाकाल मंदिर तक श्रद्धालु निर्बाध तरीके से आ सके और दर्शन करके सुगमता से जा सके इसके लिए किन मार्गों का चयन किया जाएगा उस पर भी समीक्षा की गई । कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि निर्माण कार्य बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य है। पर्व भी आ रहे हैं, बावजूद इसके हम बेहतर इंतजाम करेंगे। महाकालेश्वर मंदिर परिसर से लेकर कॉरिडोर तक निर्माण कार्य चल रहे हंै। ऐसे में श्रद्धालुओं को सावन मास में किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जायेगा। बैठक में एडीएम संतोष टैगोर, प्रशासक गणेश कुमार धाकड़, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, समिति सदस्य प्रदीप गुरु, राम पुजारी, राजेन्द्र शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

पार्किंग त्रिवेणी संग्रहालय और कर्कराज मंदिर पर

सावन मास में पार्किंग की व्यवस्था कर्कराज मंदिर और त्रिवेणी संग्रहालय पर रखी जाएगी। पार्किंग से लेकर महाकालेश्वर मंदिर फैसिलिटी सेंटर तक श्रद्धालुओं को नि:शुल्क वाहन द्वारा मंदिर प्रशासन द्वारा लाया जाएगा और पुन: गंतव्य तक छोड़ा जाएगा। महाकाल सवारी का स्वरूप बदला हुआ रहेगा। पिछले 2 साल से कोरोना की वजह से शार्ट एरिया में पालकी निकाल रहे थे। वह अब नहीं रहेगा और वृहद स्तर पर पारंपरिक तौर पर बाबा महाकाल की सवारी इस बार निकलेगी।

पालकी पर निर्णय नहीं हो सका

इस बार बाबा की पालकी वाहन के ऊपर कहार लेकर खड़े रहेंगे और श्रद्धालु आसपास से बाबा महाकाल की पालकी के दर्शन कर सकेंगे या फिर पालकी की ऊंचाई बढ़ाई जाएगी, यह सब भी डिसाइड कर रहे हैं। अगली बैठक में इस पर निर्णय ले लिया जाएगा। जो भी तय होगा वह श्रद्धालुओं के मन को भायेगा। गर्भगृह में प्रवेश किसी को भी नहीं दिया जाएगा। श्रावण मास में गर्भगृह प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। चाहे प्रोटोकॉल वाले आगंतुक हों या फिर सामान्य दर्शनार्थी किसी को भी प्रवेश गर्भगृह में नहीं दिया जाएगा।

सामान्य को नृसिंह घाट, वीआईपी को बेगमबाग से प्रवेश

नृसिंह घाट से लेकर सिद्ध आश्रम तक फैसिलिटी सेंटर बनाएंगे। यहां से मन्दिर तक बैरिकेट्स लगाएंगे। बड़ा गणपति मन्दिर के सामने शंख द्वार से श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करेंगे। जूते चप्पल उतारने और वापस लेने की सुविधा, फूल प्रसाद की व्यवस्था फेसेलिटी सेंटर पर रहेगी। यहीं पर विभिन्न काउंटर के जरिये श्रद्धालुओं को सारी विशेष सुविधाएं दी जाएंगी। आधे घण्टे में श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के दर्शन हो जायें, यह हमारी कोशिश रहेंगी।

Next Post

गुस्से में जिंदा जला दिया था पत्नी को, हत्यारे पति को उम्रकैद

Tue Jun 21 , 2022
उज्जैन, अग्निपथ। चिंतामण क्षेत्र में करीब डेढ़ साल पहले हुए सनसनीखेज हत्याकांड में कोर्ट ने मंगलवार को फैसला सुनाया। न्यायालय ने मामूली बात पर गुस्से में पत्नी को केरोसिन डालकर जिंदा जलाने वाले पति को उम्रकैद की सजा सुनाई है। अभियोजन मीडिया सेल प्रभारी मुकेश कुमार कुन्हारे ने बताया कि […]