संभावित महिला उद्यमियों के लिए 100 उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेंगे, उज्जैन से हुई शुरूआत
उज्जैन, अग्निपथ। भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई) के सहयोग से राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने शुक्रवार को उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय से संभावित महिला उद्यमियों के लिए उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम (ईएपी) शुरू करने की घोषणा की। देश भर में ऐसे 100 उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उज्जैन के पहले कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्यपाल मंगूभाई पटेल और विशिष्ट अतिथि डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई राज्य मंत्री, महिला मंत्रालय, बाल विकास, भारत सरकार ने रेखा शर्मा, अध्यक्ष, एनसीडब्ल्यू डॉ. सुनील शुक्ला, महानिदेशक, ईडीआईआई और मीनाक्षी नेगी, सदस्य सचिव, राष्ट्रीय महिला आयोग की उपस्थिति में किया।
इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में पी. नरहरि, आईएएस, सचिव, एमएसएमई और उद्योग आयुक्त, मध्यप्रदेश सरकार शामिल थे। एनसीडब्ल्यू सदस्यों में ममता कुमारी, डेलिना खोंगडुप, खुशबूसुंदर सहित राजभवन और सरकार के गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।
उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम के लॉन्च के मौके पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा, सबका साथ सबका विकास के विजन के साथ देश आगे बढ़ रहा है। महिलाओं के नेतृत्व विकास बड़े पैमाने पर हो रहा है और इसे मान्यता भी मिल रही है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं काफी आगे बढ़ी हैं। महिलाएं अपनी सफलता की कहानियां लिख रही हैं।
आत्मविश्वास के साथ अपने उद्यमों को चला रही है और अपनी भविष्य की योजनाओं को लेकर मुखर हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश द्वारा लागू की गई पहलों की सहायता से महिलाओं ने अभूतपूर्व प्रगति की है। उद्यम स्थापित करने के लिए महिलाओं को सब्सिडी मिल रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से प्रगति हुई है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत महिलाओं के लिए प्रशिक्षण और विकास के अवसर खुले हैं। मैं उद्यमशीलता के माध्यम से महिला सशक्तीकरण की दिशा में इस असाधारण पहल के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग और भारत के उद्यमिता विकास संस्थान को बधाई देता हूं।
महिला उद्यमियों के लिए अनुकूल वातावरण की आवश्यकता पर जोर देते हुए डॉ. मुंजपारा ने कहा, हम सार्वजनिक और निजी क्षेत्र में महिला नेतृत्व और सशक्तीकरण में तेजी लाकर भारत के महिला-नेतृत्व वाले विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं। महिलाएं हमारे समाज की रीढ़ हैं, हमारे भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
उन्हें सशक्त बनाना न केवल हमारी नैतिक जिम्मेदारी है बल्कि सतत विकास के लिए एक आवश्यक शर्त भी है। राष्ट्रीय महिला आयोग और भारत के उद्यमिता विकास संस्थान के बीच यह सहयोग न केवल महिला उद्यमियों की क्षमता निर्माण में मदद करेगा बल्कि लोगों को जागरूक भी करेगा।