4 जुलाई से 66 दिन 750 रुपए की स्पर्श दर्शन की रसीद भी नहीं बनेगी
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने रविवार को तय किया है कि सावन-भादौ के करीब 66 दिन दर्शनार्थियों की अधिक संख्या को देखते हुए गर्भगृह में दर्शनार्थियों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रखा जायेगा। स्पर्श दर्शन की 750 रुपए की रसीद भी नहीं बनाई जायेगी। बैठक में उज्जैनवासियों को आधार कार्ड दिखाने पर 11 जुलाई से नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा।
घर बैठे ही शहर के लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। अधिकमास में 84 महादेव का पूजन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए महाकाल मंदिर में स्थित मंदिरों में पूजन के लिए मंगलवार से शुक्रवार तक प्रवेश की व्यवस्था की जाएगी। फिलहाल महाकाल लोक के लिए कोई शुल्क नही लगाया गया है। महाकाल का लड्डू प्रसाद 40 रूपए मंहगा हुआ है।
यह सभी निर्णय रविवार को हुई श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में लिए गए। कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने बताया कि बैठक में श्रावण महीने में श्री महाकालेश्वर दर्शन को आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुविधा पूर्वक दर्शन कराने के लिए चर्चा की है। श्रावण-भादौ माह के 66 दिन भक्तों का गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
महाकाल लोक में नहीं लगेगा शुल्क
कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने कहा कि जिस तरह अन्य मंदिरों में दर्शन शुल्क बढ़ाया गया है। हम यहां कोई शुल्क नही बढ़ा रहे है। महाकाल लोक में भी कोई शुल्क नही लगेगा। एसपी सचिन शर्मा ने कहा कि मंदिर में दर्शन व्यवस्था, सवारी की व्यवस्था को लेकर सभी के सुझाव पर चर्चा की है। श्रावण के दौरान मंदिर क्षेत्र में नोव्हीकल झोन का पालन कराया जाएगा। बैठक में महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम कमिश्रर रौशन कुमार सिंह, समिति सदस्य महंत विनित गिरि महाराज, पं. प्रदीप पुजारी, पं. श्रीराम शर्मा, राजेंद्र शर्मा गुरू, प्रशासक संदीप सोनी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
महाकाल के लड्डू प्रसाद 40 रूपए महंगा
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में महाकाल मंदिर परिसर में काउंटरों पर मिलने वाला लड्डू प्रसाद 40 रूपए महंगा हुआ है। वर्तमान में प्रसाद की कीमत 360 रूपए प्रति किलो है, जिसे बढ़ाकर 400 रूपए प्रति किलो किया गया है। लड्डू प्रसाद की बढ़ी हुई कीमतें संभवत: श्रावण मास प्रारंभ होने के पहले लागू हो जाएगी। एक सप्ताह के दौरान प्रसाद के पैकेट पर नई दरें प्रकाशित कराने के बाद नई कीमत लागू होगी।
कर्मचारियों के वेतन बढ़ाने का मामला टला
प्रबंध समिति की बैठक में मंदिर में कार्यरत कर्मचारियों के 30 प्रतिशत वेतन बढ़ौत्री के प्रकरण को लेकर कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने सवाल किया कि क्या इतना वेतन कभी किसी विभाग में बढ़ा है। कलेक्टर का सवाल सुनकर कोई भी अधिकारी जवाब नही दे सका। जानकारी मिली है कि कलेक्टर ने बैठक के दौरान ही कर्मचारियों की नियुक्ति को लेकर वस्तु स्थिति बताकर इस मामले को टाल दिया है। इसके बाद कोई अधिकारी इस मामले में चर्चा नही कर सका।
पूर्व की दर्शन व्यवस्था पर चल रहा मंथन
मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में पिछले वर्ष की गई दर्शन व्यवस्थाओं पर ही मथंन किया जा रहा है। अभी कोई नई व्यवस्था तय नही हुई है। प्रशासन और पुलिस के अधिकारी एक बार फिर बैठकर दर्शन की अलग-अलग व्यवस्थाओं पर मथंन करेंगे। इस आधार पर पूर्व वर्ष के अनुसार सामान्य दर्शनार्थियों के लिए महाकाल लोक से प्रवेश देकर नए फैसेलिटी-2 से होकर पुराने फैसेलिटी से होकर नई टनल अथवा टनल की छत से कार्तिकेय मंडपम में प्रवेश दिया जा सकता है। शीघ्र दर्शन टिकट व्यवस्था में बड़े गणेश मंदिर के सामने से चार नंबर गेट से होकर विश्रामधाम से सभामंडप होकर बेरिकेटस दर्शन के बाद निर्गम कराया जा सकता है। हालांकि अंतिम निर्णय चर्चा के बाद ही होगा।
11 जुलाई से शहरवासियों को आधार कार्ड दिखाकर पृथक द्वार से मिलेगा प्रवेश
उज्जैन शहरवासियों को दर्शन के लिए 11 जुलाई से आधार कार्ड से मंदिर के चार नंबर गेट से प्रवेश की व्यवस्था शुरू कराई जा रही है। प्रयास किए जा रहे है, कि यहां के निवासियों आधार कार्ड पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद प्रवेश दिया जा सकेगा।
महाकाल मंदिर क्षेत्र बनेगा नो व्हीकल जोन
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि सावन-भादौ माह में महाकाल मंदिर क्षेत्र जिसमें हरसिद्धि मंदिर तक हिससा शामिल है, उसे नो व्हीकल जोन बनाया जा रहा है। उसमें न कोई वाहन, न दुकानें कुछ नहीं रहेगा। सिर्फ यात्रियों को पैदल चलने के लिए पूरा मार्ग खाली रहेगा।
सवारी में भजन मंडलियां सीमित होंगी
कलेक्टर ने बताया कि इस बार सवारियों में जनसमुदाय अधिक होने की संभावना है इस कारण सवारी में शामिल होने वाली भजन मंडलियों के सदस्यों की संख्या सीमित रखी जायेगी। पहले से शामिल हो रही मंडलियों को ही अनुमति मिलेगी, नई मंडली शामिल नहीं की जायेगी।
दर्शनार्थियों के लिए पैकेज की तैयारी
कलेक्टर ने बताया कि दानदाताओं के लिए 3, 20, 25, 51 लाख रुपए तक पैकेज बनाये जा रहे हैं। जो भी दानदाता पैकेज के मुताबिक दान देता है उसे दर्शन, भस्मारती अनुमति आदि में सुविधाएं देने का प्रावधान भी रहेगा। जल्दी ही यह पैकेज तैयार किये जायेंगे।