बारिश के कारण मौसम हुआ सर्द, दिन के पारे में 5 डिग्री से अधिक की गिरावट
उज्जैन, अग्निपथ। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उज्जैन में रविवार की सुबह से ही आसमान में बादलों के छाने से धूप नहीं खिल पाई। शाम चार बजे हल्की तेज बारिश ने शहर को तरबतर कर दिया। करीब 25 मिनट तक चली बारिश ने मौसम में ठंडक घोल दी। वेधशाला अधीक्षक ने उज्जैन में आज और बारिश की संभावना जताई है।
नवंबर माह बीतने को है, लेकिन उस तरह से ठँड ने अपना रूप नहीं दिखाया जिसकी जरूरत महसूस की जा रही है। लेकिन रविवार को सीजन का पहला मावठा गिरा। मौसम विज्ञानियों ने पहले ही बारिश का अलर्ट जारी कर दिया था। लिहाजा उज्जैन में सुबह से ही बादलों की ओट में सूर्य देवता छिपे रहे। शाम को चार बजे के लगभग अंधेरा छा गया और हल्की तेज बारिश होना शुरू हो गई। 25 मिनट हल्की से तेज बारिश के होने से शहर की सडक़ें गीली हो गईं।
जीवाजीराव वेधशाला अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र प्रकाश गुप्त ने बताया कि मौसम का यह परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से एक टफ लाईन गुजरने के कारण है। सिस्टम स्ट्रांग होने से गुजरात, महाराष्ट्र्र और मध्यप्रदेश में इसका असर है। मौसम विभाग चार दिन पहले से ही मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से इंदौर, भोपाल और उज्जैन संभाग के जिलों में 26 से 28 नवंबर के बीच हल्की बारिश की संभावना जता रहा है।
आज भी बारिश की संभावना
वेधशाला अधीक्षक श्री गुप्त के अनुसार सोमवार को भी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग द्वारा जारी फोरकॉस्ट में उज्जैन में आज भी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। शाम को मौसम में ठंडक घुलने से शहर की सडक़ें सूनसान नजर आईं। हालांकि शादी ब्याह का मौसम चल रहा है, ऐसे में शादी वाले घरों में बारिश को देखते हुए चिंता पैदा हो गई है। गार्डन संचालक भी चिंता की मुद्रा में नजर आ रहे हैं।
5.3 डिग्री की बड़ी गिरावट
विगत चार दिन से दिन का अधिकतम तापमान 29 से 30 डिग्री के बीच चल रहा था। लेकिन रविवार को मावठा गिरने के बाद दिन के तापमान में 5.3 डिग्री सेल्सियस की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। विगत दिवस की अपेक्षा दिन का पारा 29 डिग्री से गिरकर 23.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। हालांकि शनिवार रविवार दरमियानी रात का न्यूनतम पारे में वृद्धि देखने को मिली है। पारा 14.2 डिग्री से बढक़र 16.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। श्री गुप्त ने बताया कि बादलों के छाने से रात के पारे में वृद्धि देखने को मिलती है। वहीं दिन के पारे में गिरावट आ जाती है। बादलों के छंटने के बाद तेज सर्दी का दौर देखने को मिलेगा।