150 सीट का एमबीबीएस चिकित्सा महाविद्यालय शुरू करने की कवायद
उज्जैन, अग्निपथ। गुरुवार को एसीएस मोह मद सुलेमान, स्वास्थ्य सचिव सुदाम खाड़े और उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने स याराजे कैंसर यूनिट और जिला अस्पताल का दौरा कर यहां पर मेडिकल कॉलेज बनाये जाने को लेकर सिविल इंजीनियरों से विचार विमर्श किया था।
शुक्रवार को फिर चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त के निर्देश पर गठित टीम ने विश्वविद्यालय और जिला चिकित्सालय पहुृंचकर कॉलेज के लिये जमीन देखी। टीम के सदस्य निरीक्षण के बाद संचालनालय को प्रतिवेदन अभिमत के साथ देंगे।
उज्जैन के बेटे डॉ. मोहन यादव के मु यमंत्री बनने के बाद इस काम में तेजी आई है। शुक्रवार को चार सदस्यीय टीम ने विश्वविद्यालय पहुंचकर विक्रम विश्वविद्यालय व जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। चार सदस्यीय दल ने सबसे पहले जिला अस्पताल के ओपीडी की व्यवस्था, मेडिसीन विभाग, इमरजेंसी कक्ष, मेडिकल वार्ड, आपरेशन थियेटर ओटी, गहन चिकित्सा इकाई, चरक भवन में प्रसूताओं के लिए दी जाने वाली व्यवस्थाएं देखी।
इस दौरान जिला चिकित्सालय के आरएमओ नीतराज गौड़ ने चिकित्सा व्यवस्था की जानकारी दी। यहां से टीम के सदस्य विश्वविद्यालय परिसर में उपलब्ध जमीन देखने पहुंचे थे। टीम के सदस्यों ने जमीन की स्थिति और जिला अस्पताल की व्यवस्था को लेकर संतोष जताया है। हालांकि समिति अपना प्रतिवेदन अभिमत के साथ संचालनालय को सौंपेगी। इसके बाद आगे कार्यवाही शुरू होगी।
डिटेल डीपीआर शासन को भेजेंगे
टीम में डॉ. धर्मेंद्र झंवर विभागाध्यक्ष मेडिसीन विभाग, डॉ. पी. देयसरकार विभागाध्यक्ष बायोकेमेस्ट्री विभाग,डॉ. केके अरोरा प्राध्यापक अनेस्थियालॉजी विभाग और डॉ. अशोक पंचौनिया प्राध्यापक पैथालॉजी विभाग चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर शामिल थे। टीम के सदस्य यहां पर राष्ट्र्रीय आयुर्विज्ञान आयोग नई दिल्ली के निर्धारित मापदंड अनुसार निरीक्षण कर प्रतिवेदन अभिमत के साथ संचालनालय को प्रस्तुत करेंगे।
कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडे ने बताया कि समिति की रिपोर्ट के बाद पूरी डिटेल डीपीआर शासन को भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मु यमंत्री के निर्देश मिल रहे है उससे उ मीद है कि अगले सत्र से एडमिशन भी शुरू हो जाएंगे। टीम के सदस्यों ने सबसे पहले विश्वविद्यालय पहुंचकर कुलपति प्रो.पांडे से मुलाकात की। इस दौरान कुलसचिव अनिल शर्मा, प्रॉक्टर प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा, डीएसडब्ल्यू प्रो. एसके मिश्रा, प्रो. अलका व्यास, फार्मेसी विभागाध्यक्ष प्रो. कमलेश दशोरा, एमबीए के प्रो. डीडी बेदिया, डॉ. गणपत अहिरवार, डॉ. संग्राम भूषण, यंात्रिकी विभाग के इंजीनियर अतुल जैन मौजूद थे।
अभी जमीन का चयन किया जा रहा
सूत्रों की मानें तो फिलहाल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा मेडिकल कॉलेज खोलने के लिये जमीन का चयन किया जा रहा है। विक्रम विश्व विद्यालय की ही तरह स याराजे कैंसर यूनिट के पीछे भी काफी बड़ी जमीन पड़ी हुई है। जिसका निरीक्षण करने के लिये गुरुवार को एसीएस मोहम्मद सुलेमान और स्वास्थ्य सचिव सुदाम खाड़े आये थे। स्थल का चयन किया जा रहा है। इस पर फायनल मोहर लगना बाकी है। डीपीआर बनाकर शासन को भेजने के बाद मेडिकल कॉलेज ाोलने के लिये वहीं से स्वीकृति प्रदान की जायेगी।