धार, अग्निपथ। धार नपा कार्यालय में गुरुवार को प्रेसिडेंट इन काउंसिल (पीआईसी) की बैठक दोपहर में आयोजित की गई। बैठक में वर्ष 2024-25 का अनुमानित आय-व्यय का बजट पेश किया गया। बजट में अधिकारियों ने अनुमानित आय 350 करोड़ 41 लाख 14 हजार रुपये बताई तो वहीं अनुमानित 350 करोड़ 24 लाख 80 हजार खर्च का बजट पेश किया। जिसमें करीब 16 लाख 32 हजार रुपए की बचत होगी।
अब इस बजट को परिषद के सम्मेलन में रखा जाएगा। बैठक में कुल 62 बिंदुओं पर चर्चा हुई, इसमें कुछ बिंदुओं को छोडक़र लगभग सभी बिंदुओं पर सहमति बन चुकी है।
कार्यालय में नपा अध्यक्ष नेहा महेश बोडाने, सीएमओ निशिकांत शुक्ला सहित पीआईसी के सभी मैंबर व विभाग प्रमुख मौजूद रहे। बैठक में कर बढाने को लेकर भी चर्चा हुई, क्योंकि इन दिनों नपा आर्थिक तंगी से भी गुजर रही हैं, ऐसे में कर बढाया जाता तो जरुर थोडे और अधिक राजस्व की प्राप्ति होती। किंतु कर नहीं बढाने का निर्णय नपा की बैठक में हुई है। इस बार के बजट में शहरवासियों के लिए राहत की बात यह है कि इस बार किसी तरह के कर में बढ़ोतरी नहीं हुई है।
8 दुकानें बनेगी
लोकसभा चुनाव को लेकर लगने वाली आचार संहिता के पहले पीआईसी की अंतिम बैठक आज हुई हैं, ऐसे में लाखों रुपए के विकास कार्यों को भी स्वीकृति बैठक में मिली है। शहर कई वार्डों में सीसी रोड निर्माण, नाली निर्माण, डैनेज लाइन, चेंबर, सुधार कार्य, डामरीकरण शामिल है। साथ ही शहर में राजवाडा, छोटा आश्रम, गंजीखाना व टीवीएस चौराहे पर नए शौचालयों का निर्माण भी होगा। वहीं परिसर से लगे रेन बसेरा के पास पडे खुले मैदान पर जल्द ही 8 दुकानों का निर्माण नपा द्वारा करवाया जाएगा, इन दुकानों के साथ ही 8 ऑफिस भी बनेंगे। दुकानों को विक्रय करने से लाखों रुपए के राजस्व की प्राप्ति भी नपा को होगी।
सडक़ का होगा सौंदर्यीकरण
नपा से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री अधोसंरचना चतुर्थ चरण के अंतर्गत 2.50 करोड रुपये की लागत से शहर में प्रमुख मार्गो प्रमुख सडक़ों सहित अन्य काम होंगे। वहीं दीनदयाल शहरी अजीविका मिशन तहत आश्रय स्थल को लेकर करीब 75 लाख रुपये खर्च होंगे। साथ ही आदर्श सडक़ के सौंदर्यीकरण को लेकर होने वाले काम को भी बजट में शामिल किया गया। इसमें तीन करोड़ रुपये की लागत से आदर्श सडक़ पर सौंदर्यीकरण का काम होना है। इसमें डिवाइडर पर जाली लगाने सहित अन्य काम होंगे। वहीं कायाकल्प द्वित्तीय चरण के तहत शहर में कई स्थानों पर सडक़ बनना है।