सोशल साइट्स पर फर्जी मैसेज भेजकर ठगी कर रहे साइबर अपराधी
धार, अग्निपथ। बैंकों की लाइनों में धक्का मुक्की से दूर ऑनलाइन भुगतान के साथ बढ़ी सुविधा में साइबर अपराधियों की सेंध ने लोगों की नींद उड़ा रखी है। जिले के ग्रामीण इलाकों में ठगी के दर्जनों मामलों में कई लोग लाखों रुपए गंवा चुके हैं। क्रिसमस डे के अवकाश शुरू हो गए हैं। तीन दिन बाद नया वर्ष शुरू होने वाला है।
नए वर्ष की खुशियां मनाने के लिए हॉली डे टूर पैकेज और मैसेज सोशल साइट पर अलग-अलग नाम से भेजे जा रहे हैं। यदि आप हॉली डे टूर पैकेज ढूंढ़ रहे हैं मोबाइल पर सोच-समझकर उस मैसेज को खोलें, अन्यथा आपका बैंक खाता खाली हो सकता है। नए साल के आगमन को देखते हुए सोशल साइट के जरिए साइबर अपराध करने वाले सक्रिय हो गए हैं।
धार एसपी मनोज सिंह के मार्गदर्शन में जिले में करीब 15 दिन से अधिक समय से अभियान चलाकर लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में जानकारी दी जा रही है। स्कूल, कॉलेज व समाज के हर वर्ग में जाकर बैठकों के माध्यम से लालच भरे फोन कॉल, नए नंबरों से वीडियो कॉल, एटीएम, क्रेडिट कार्ड, फेसबुक, इंस्टाग्राम, जीमेल पिन, पासवर्ड, अपनी निजी तस्वीरें, वीडियोज के जरिये होने वाले साइबर अपराध की देकर इनसे बचने की हिदायत दी जा रही है।
पुलिस के साइबर क्राइम अधिकारी भेरू सिंह देवड़ा ने चर्चा में आमजन को सावधान करने के उद्देश्य से कई तरीके बताए। वे बताते हैं कि इन दिनों सोशल मीडिया पर मैसेज फॉरवर्ड करना जैसे लोगों में परिपाटी बन चुकी है। ऐसे में लोगों की इस कमजोरी का फायदा साइबर अपराधी उठा रहे हैं। वे हर रोज नए तरीकों से ठगी करने से बाज नहीं आ रहे।
साइबर अपराधियों ने क्रिसमस और नए साल के अवसर पर लोगों को केवाईसी अपडेट, हॉलिडे पैकेज, शुभकामना संदेश और कपल गिट के नाम पर ठगने की कोशिश शुरू कर दी है। विशेष तौर पर एपीके फाइल को लेकर ठगों ने साइबर अपराधों का तरीका खोज लिया है। इसके जरिए वाट्सऐप या अन्य माध्यमों से फर्जी एपीके फाइल भेजकर लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे में सतर्कता बरतते हुए कोई भी संदेश ध्यान से खोलें, नहीं तो ठग आपको निशाना बना सकते हैं।
फिशिंग लिंक और नकली वेबसाइट
साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि त्योहारों में साइबर ठग सक्रिय हो जाते हैं। बीते एक साल में हजारों लोगों शिकार बन चुके हैं। आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और एसएमएस के जरिए नकली वेब एड्रेस भेजते हैं। इन पर क्लिक करने पर निजी जानकारी मांगी जाती है। उसके बाद उनके खातों का उपयोग कर ठगी की जाती है। साइबर एक्सपर्ट के अनुसार ठग वाट्सएप व टेलीग्राम पर केवाईसी अपडेट, बैंक अलर्ट, या हॉलिडे इन्विटेशन, शुभकामनाएं जैसे नामों से एपीके फाइल भेजते हैं। जैसे ही उपयोगकर्ता इस फाइल पर क्लिक करता है, वह फाइल उसके फोन में इंस्टॉल हो जाती है।
ठगों का नया दांव
साइबर एक्सपर्ट ने लोगों को सचेत किया गया कि सोशल मीडिया पर परिवार के साथ छुट्टियों के लिए हॉलिडे पैकेज का ऑफर, हिल स्टेशन पर कपल ऑफर, इन्विटेशन के नाम पर लिंक या एपीके भेजकर साइबर अपराधी आपका बैंक खाता खाली कर सकते हैं।साइबर एक्सपर्ट के अनुसार बैंक कभी ओटीपी, पासवर्ड आदि नही पूछता। किसी के पास इस तरह के कॉल आएं तो व्यक्तिगत बैंक में से कन्फर्म करें। फोन पर निजी जानकारी साझा न करें। ठगों का यह नया दांव है।
विशेषज्ञ की सलाह
धार पुलिस द्वारा एक विशेष अभियान चलाकर आम जनता को इसकी जानकारी दी जा रही है। वही फाइल डाउनलोड करने से पहले सत्यता जांचें किसी भी अनजान लिंक, फाइल या वेबसाइट पर भरोसा न करें। ऑफर के लालच में मोबाइल नंबर, जन्मतिथि या अन्य जानकारी साझा करना भारी पड़ सकता है। धार जिला पुलिस सोशल मीडिया के जरिए जागरुकता फैला रही है। सोशल मीडिया विज्ञापनों से सावधान रहें। बैंक से संबंधित जानकारी केवल आधिकारिक वेबसाइट पर ही साझा करें।
-मनोजकुमार सिंह एसपी धार