धागे का इस्तेमाल रोकने की शपथ भी ली
धार, अग्निपथ। शहर में नायलोन धागे का इस्तेमाल रोकने के लिए रविवार को आनंद चौपाटी पर जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संस्थाओं ने जन समर्थन जुटाते हुए धागे की होली जलाई। प्रतिबंधित धागे का इस्तेमाल पतंगबाजी में रोकने के लिए सभी आगे आकर नायलोन धागे की होली जलाई। इस मौके पर लोगों ने आगे आकर धागे के बहिष्कार का संकल्प दिलाया। साथ ही इस बार मकर संक्रांति पर प्रतिबंधित नायलोन धागे का इस्तेमाल नहीं करने की बात कही। ताकि इस बार पर्व किसी तरह की जनहानि न हो।
बता दें कि इस वर्ष 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व पर प्रतिबंधित धागा नायलोन की चपेट में आने के कारण हटवाड़ा़ में मासूस तनिष्क की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद से प्रतिबंधित नायलोन धागे के उपयोग को रोकने के लिए जनजागरण चलाया जा रहा है। हालांकि अब लोगों में भी जागरूकता देखने को मिली है। लोग आगे आकर धागे के इस्तेमाल को रोकने का प्रयास कर रहे है।
सामूहिक प्रयास से ही इसके उपयोग को रोका जा सकता है। इसलिए रविवार देर शाम 5 बजे आनंद चौपाटी पर विधायक नीना वर्मा, नपाध्यक्ष नेहा महेश बोड़ाने, युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष रोहित कामदार, शहर अध्यक्ष अभिनव बिंजवा सहित समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों और लोगों की मौजूदगी में नायलोन धागे की होली जलाई गई।
अब ड्रोन सर्वे की आवश्यकता
शहर में पतंगबाजी शुरू हो चुकी है। छतों पर युवाओं का जमावड़ा दिखने लगा है। हालांकि जागरूक युवाओं ने सूती धागे को अपना लिया है। लेकिन अब भी कुछ ऐसे युवक है जिनसे नायलोन का मोह नहीं छुट पा रहा है। इस तरह के युवाओं की पहचान करने के लिए शहर में ड्रोन सर्वे किए जाने की आवश्यकता है। ताकि नायलोन का इस्तेमाल करने वाले युवाओं को रोका जा सके। यदि इस तरह के युवाओं को रोका नहीं जाता है तो फिर इस जागरूकता अभियान पर पानी फिरना तय है।
सैकड़ों लोग हो रहे है घायल
इस जानलेवा नायलोन धागे के कारण हर साल मकर संक्रांति तक सैकड़ो लोग बुरी तरह घायल होते है। शहर से लेकर गांव तक इस धागे की पहुंच है। ऐसे में गांव में भी पतंगबाजी के शौकीन इस धागे का इस्तेमाल कर रहे है, जिन्हें रोकना अब काफी टेढ़ी खीर साबित होगा। लेकिन इसी तरह की जागरूकता के साथ प्रशासन की सख्ती देखने को मिलती है तो निश्चित तौर पर इस बार किसी तरह की जनहानि को रोका जा सकेगा।