जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारियों ने सिंहस्थ के लिए की संयुक्त बैठक, प्रशासन ने मांगी कई सुविधाएं
उज्जैन, अग्निपथ। सिंहस्थ 2028 के पहले इंदौर से सीधे चिंतामण-फतेहाबाद होकर नागदा रेलवे लाइन का बायपास बनाए जाने का प्रस्ताव प्रशासन ने रेलवे के साथ तैयार किया है। ताकि मुंबई और दिल्ली जाने वाली ट्रेने (मुख्यत: माल गाड़ी) को बाईपास मार्ग के जरिए नागदा से सीधे जोड़ा जा सके। इसके साथ सिंहस्थ के पहले नईखेड़ी और चिंतामण रेलवे स्टेशनों को भी भव्य रूप दिये जाने की योजना है।
इस मुद्दे पर सोमवार को प्रशासन और रेलवे अधिकारियों की बैठक हुई। संभाग आयुक्त संजय गुप्ता की अध्यक्षता में रेलवे के साथ सोमवार को कलेक्टर कार्यालय सभा कक्ष में बैठक आयोजित की गई। बैठक में डीआरएम ऑनलाइन जुड़े। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, जिला पंचायत सीईओ जयंती सिंह, नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक आदि अफसर मौजूद थे। बैठक में संभाग आयुक्त ने कहा की सिहस्थ 2028 की कार्य योजना के रेलवे से सहयोग अपेक्षित है।
बैठक में इंदौर से सीधे चिंतामण-फतेहाबाद होकर नागदा रेलवे लाइन का बायपास बनाए जाने के लिए प्रस्तावित रेलवे ट्रैक के सम्बन्ध चर्चा हुई। जिससे नागदा में इंजन को चेंज करने की समस्या से निदान हो सके और इसके साथ इंदौर-रतलाम-मुंबई मार्ग को नागदा से सीधे रेलवे मार्ग को जोडऩा और नागदा, रतलाम, देवास, मक्सी, इंदौर स्टेशनों को विस्तृत करने के साथ उनका डेस्टिनेशन के लिए भी तैयार करने का प्रस्ताव रखा गया है।
सिंहस्थ 2028 के लिए प्रशासन ने मांगी कई रेल सुविधाएं
संभाग आयुक्त श्री गुप्ता ने कहा कि विक्रम स्टेशन से मक्सी के लिए सीधे एक रेलवे ट्रैक बनाया जाना भी उचित रहेगा, चिंतामण स्टेशन से शिप्रा स्टेशन तक की रेलवे लाइन को डबल किए जाने का प्रस्ताव भी है। इसी के साथ क्षिप्रा केबिन पर बनने वाले सैटलाइट टाउन को पक्का और विकसित करने के लिए भी कार्य योजना बनाई गई है। नईखेडी रेलवे स्टेशन को भी विकसित कर कर उसको ऑनलाइन करने का प्रस्ताव है।
बैठक में जयसिंह पुरा रेल्वे क्रॉसिंग को भी 21 मीटर चौड़ा बनाए जाने का प्रस्ताव के शीघ्र अनुमोदन पर चर्चा हुई। हरी फाटक ब्रिज के पास से रेलवे का अंडर पास भी बनाए जाना है जो सीधे महाकाल लोक को मिलेगा इस पर भी डीआरएम और रेलवे के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा हुई।
जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारियों की संयुक्त समिति बनेगी
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने रेलवे को प्रस्ताव दिया कि जिला प्रशासन और रेलवे की एक संयुक्त परामर्श दात्री कमेटी बनाई जाए जो सिहस्थ मे होने वाले कार्यो की प्रतिमाह समीक्षा करे, जिससे सिहस्थ 2028 मे निर्माण कार्यो को गति मिलेगी और समन्वय से कार्य पूर्ण हो। इस समिति के समक्ष सिहस्थ मे किए जाने वाले कार्यों पर चर्चा और समन्वय हो सकेगा, इस पर रेलवे के डीआरएम ने अपनी सहमति जताते हुए बताया कि इस माह इस प्रकार की कमेटी के लिए नाम प्रस्तावित कर दिए जाएंगे और हर माह रेलवे के साथ जिला प्रशासन की बैठक होगी जिससे कि निर्माण कार्यों के साथ भीड़ प्रबंधन, यातायात व्यवस्था और रेलवे के सुगंम संचालन के लिए विशेष कार्य योजना बनाकर क्रियान्वयन किया जा सकेगा।