उज्जैन, अग्निपथ। धर्मनगरी उज्जैन में गुरुवार 10 July 2025 को गुरु पूर्णिमा (Gurupurnima ) का पावन पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर शहर के विभिन्न मठ-मंदिरों, आश्रमों और शैक्षणिक संस्थानों में विशेष धार्मिक अनुष्ठान और कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम से लेकर अन्य प्रमुख स्थानों पर गुरु पूजन और विविध आयोजन होंगे।
सांदीपनि आश्रम में विद्यारंभ संस्कार और गुरु पूजन
उज्जैन स्थित सांदीपनि आश्रम का विशेष महत्व है, क्योंकि यहीं स्वयं भगवान नारायण (श्रीकृष्ण) ने शिक्षा प्राप्त की थी। द्वापर युग से कलियुग तक वंश परंपरा के अनुसार यहां गुरु पूजन की परंपरा चली आ रही है। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आश्रम में फूलों से विशेष सजावट की गई है।
आज सुबह, वेदपाठी ब्राह्मण महर्षि सांदीपनि, भगवान श्रीकृष्ण और बलराम की प्रतिमाओं का जल से अभिषेक करेंगे। इसके बाद भगवान को नए वस्त्र पहनाए जाएंगे और मंदिर की ध्वजा बदली जाएगी। आश्रम में छोटे बच्चों का विद्यारंभ संस्कार भी होगा, जो सोलह संस्कारों में से एक है। पहली बार विद्यालय जाने वाले बच्चों का स्लेट (पाटी) पूजन भी किया जाएगा। माता-पिता अपने बच्चों के साथ इस संस्कार में भाग लेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी और विश्वविद्यालय के कुलगुरु की उपस्थिति में पूजन और आरती की जाएगी।
गायत्री शक्तिपीठ पर सामूहिक साधना और संस्कार
गायत्री शक्तिपीठ पर गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सुबह सजला श्रद्धा प्रखर प्रज्ञा का पूजन होगा। इसके बाद गायत्री मंत्र दीक्षा और अन्य संस्कार भी किए जाएंगे। यह आयोजन सामूहिक साधना और आध्यात्मिक उन्नति का संदेश देगा।
व्यास पूर्णिमा का महत्व: वेदों के विस्तारक वेदव्यास का जन्मोत्सव
आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को ही गुरु व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं। इस रात्रि में चंद्रमा पृथ्वी के सर्वाधिक निकट होने से उसका व्यास बड़ा दिखाई देता है, जिसे विदेशों में सुपर मून भी कहते हैं। जगद्वंद्यगुरुमहादेव, चरणानुरागी पंडित कैलाशपति नायक ने बताया कि आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को ही महर्षि व्यास जी का जन्म हुआ था। व्यास जी ने एक वेद से चार वेदों का विस्तार किया, इसलिए उनका नाम वेदव्यास हुआ। उनके द्वारा ही 18 महापुराणों सहित महाभारत ग्रंथ की रचना हुई।
सनातन वैदिक धर्म संस्कृति का सर्वोत्कृष्ट ज्ञान का प्रसार उन्हीं के द्वारा हुआ, जिनसे मनुष्य का अज्ञान दूर होता है और ज्ञान-विज्ञान सहित धर्म की प्राप्ति के साथ अध्यात्म और भगवद् प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। भारत में भगवान भी अपने गुरुदेव से ज्ञान प्राप्त करते हैं और गुरु की महिमा को सर्वोच्च स्थान पर प्रतिष्ठित करते हैं।
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अपने गुरु वशिष्ठ-विश्वामित्र के अनुशासन में रहकर विद्याध्ययन करते हैं, और भगवान श्रीकृष्ण ने भी उज्जैन में सांदीपनि गुरु जी के आश्रम में रहकर 64 विद्याओं का ज्ञान प्राप्त किया। यह भारतीय सनातन संस्कृति शिक्षा का इतिहास है, जो व्यास पूर्णिमा में गुरु पूर्णिमा के दर्शन का सुखद संयोग है।
अन्य प्रमुख धार्मिक आयोजन
- श्री मायापति हनुमान सत्संग परिवार: सामाजिक न्याय परिसर स्थित मायापति हनुमान मंदिर में आज 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया जाएगा। गणेश राय एवं गोपाल भावसार ने बताया कि शाम 4 बजे जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री अवधेशानंद जी गिरी महाराज की चरण पादुका का अभिषेक पूजन, गुरु मंत्र जप, सत्संग, गायत्री मंत्र जप, महामृत्युंजय जप, श्री हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ एवं भजन, गुरुदेव की महाआरती एवं भोजन प्रसादी का आयोजन किया गया है।
- प्रभु प्रेमी संघ परिवार: स्वामी अवधेशानंद गिरिजी महाराज की संस्था प्रभु प्रेमी संघ परिवार के अनुयायियों द्वारा 10 जुलाई, गुरुवार शाम 4:30 बजे से लोकमान्य तिलक स्कूल रेलवे स्टेशन के सामने नीलगंगा में गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया जाएगा। संस्था अध्यक्ष अजय पांडे ने बताया कि महोत्सव में सत्संग, पादुका पूजन, गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, गुरु मंत्र का जाप, श्री हनुमान चालीसा पाठ के साथ भजन एवं आरती उपरांत भोजन प्रसादी रखी जाएगी।
- दादू राम आश्रम: श्री संत दादू दयाल गुरुकुल दादूराम आश्रम सदावल रोड पर महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञान दास जी महाराज के सानिध्य में गुरु पूर्णिमा का उत्सव सुबह 8 बजे से अभिषेक, हवन के साथ आरंभ होगा। सुबह 10 बजे पूर्णाहुति व आरती की जाएगी। इसके पश्चात गुरु पाद पूजन होगा व 10:30 बजे बाद महाप्रसाद शुरू होगी।
सभी गुरु भक्तों को पर्यावरण की रक्षा के लिए पौधे लगाने व उनकी सुरक्षा का संकल्प भी कराया जाएगा। मोक्षदायिनी मां क्षिप्रा के शुद्धिकरण का संकल्प भी महाराजश्री कराएंगे। संपूर्ण आयोजन अखिल भारतीय श्री संत दादू दयाल सेवा समिति उज्जैन द्वारा किया जाएगा। - भर्तृहरि गुफा: शिप्रा के तट पर स्थित भर्तृहरि गुफा पर सुबह 6 बजे पीठाधीश्वर योगी पीर महंत श्री रामनाथ जी महाराज के सानिध्य में संतों द्वारा गुरु गोरखनाथ जी, राजा भर्तृहरि और गोपीचंद जी का अभिषेक-पूजन किया जाएगा। इस अवसर पर अखंड धूना चेतन होगा। इसके पश्चात आरती कर भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया जाएगा।
- कुचेरा भैरव मंदिर: शासकीय कुचेरा भैरव मंदिर, पीपलीनाका चौराहा, गढ़कालिका रोड पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भैरव पूनम उत्सव मनाया जाएगा। मंदिर के पुजारी दुर्गा मंगल गहलोत एवं नगर पुजारी महासंघ के अध्यक्ष मंगल पुजारी ने बताया कि 11 जुलाई सुबह 7 बजे से 8 बजे तक 11 पंडितों द्वारा कुचेरा भैरव बाबा का अभिषेक एवं 11 बजे से विशेष श्रृंगार दर्शन व शाम 7 बजे महाआरती पुजारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पुजारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रूपेश मेहता, वरिष्ठ अभिभाषक वीरेंद्र शर्मा, अमित व्यास, रामदेव बाबा भक्त मंडल उर्दूपुरा, नगर पुजारी महासंघ द्वारा की जाएगी। रात्रि 8 बजे से भजन कीर्तन का आयोजन किया जाएगा।
- चाणक्य आश्रम: चाणक्य आश्रम महाकाल घाटी पर आज 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया जाएगा। जिसमें देशभर से आए शिष्य, भक्तों द्वारा महेश पुजारीजी का गुरुपाद पूजन किया जाएगा। रूपेश मेहता ने बताया कि महोत्सव के लिए मध्यप्रदेश के साथ ही राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, झारखंड, कलकत्ता सहित देश के विभिन्न शहरों से शिष्य पधारे हैं।
जिनके द्वारा आज प्रातः 10 बजे पूजन कर गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया जाएगा। अखिल भारतीय पुजारी महासंघ, अखिल भारतीय युवा ब्राह्मण समाज, महाकाल सेना के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहेंगे। - वेंकटेश धाम: बड़नगर रोड पर हनुमान गढ़ी के सामने तिरुपतिधाम में विराजित भगवान वेंकटेश धाम में जगद्गुरु रामानुजाचार्य श्री श्रीकांताचार्य महाराज के सानिध्य में चल रही भागवत कथा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया।
व्यासपीठ पर विराजित स्वामी श्री राघवेंद्राचार्यजी ने संबोधित करते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत विद्या तीर्थ है, भगवान श्रीकृष्ण का स्वरूप है। श्रीमद् भागवत संपूर्ण वैदिक का सार है, वेद उपनिषदों का सार है। इसे एक को जान लेने से सबकुछ जान लिया जाता है। बीसवें अवतार रूप में श्रीकृष्ण के रूप में भगवान प्रकट हुए।
जगद्गुरु रामानुजाचार्य श्री श्रीकांताचार्य महाराज के सानिध्य में गुरु पूर्णिमा महोत्सव 10 जुलाई को प्रातः 8 बजे से 11 बजे तक मनाया जाएगा। समस्त ट्रस्टियों ने धर्मप्राण जनता से आग्रह किया है कि सुबह गुरु पूर्णिमा महोत्सव तथा दोपहर 3 से 6 बजे तक हो रही कथा में पधारकर धर्मलाभ लें। कथा के पश्चात प्रसादी ग्रहण अवश्य करें।
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अंकपात पर स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर - श्री बांके बिहारी मंदिर: शहर के एकमात्र श्री बांके बिहारी मंदिर में आज धूमधाम से गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया जाएगा। अंकपात पर स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर पर गुरु पूर्णिमा पर होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए शैलेंद्र यादव व अरुण सक्सेना ने बताया कि सनातन धर्माचार्य संतश्री पं. हरिनारायण शास्त्री द्वारा नामदान दिया जाएगा। सुबह 8 बजे से श्री व्यास पूजन प्रारंभ होगा जो शाम तक चलेगा। इस दौरान दिनभर गुरुपूजन, भजन और धार्मिक आयोजन होंगे।
- बटुक भैरव मंदिर: चक्रतीर्थ स्थित श्री बटुक भैरव मंदिर पर गुरु पूर्णिमा धूमधाम से मनाई जाएगी। 25 फीट ऊंचे बटुक भैरव मंदिर पर 25 किलो का श्री यंत्र कलश शिखर चढ़ेगा। भगवान बटुक भैरव का भव्य चल समारोह निकलेगा तथा महाप्रसादी भंडारे का आयोजन किया जाएगा। मंदिर के प्रमुख पुजारी वरुण तिवारी ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बटुक भैरव मंदिर पर गुरु पूर्णिमा महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा। सर्वप्रथम वेदोक्त विधान से आज 10 जुलाई सुबह 8 बजे अभिषेक पूजन किया जाएगा। उसके उपरांत 12 बजे बाबा बटुक भैरव का भव्य चल समारोह पारंपरिक मार्ग से निकाला जाएगा। सायं 5 बजे से भंडारे के रूप में महाप्रसादी वितरण की जाएगी।
हरियाली अमावस्या तक बीज वितरण का अभियान
अर्पित गोयल गुरु पूर्णिमा से हरियाली अमावस्या तक फल, फूल एवं सब्जियों के बीजों का निःशुल्क वितरण कर उज्जैन को ग्रीन उज्जैन बनाने का प्रयास करेंगे। पटेल नगर अंकपात मार्ग पर निवास करने वाले अर्पित गोयल अनंत एवं परिवार इस वर्ष भी गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई से हरियाली अमावस्या 26 जुलाई तक निःशुल्क बीजों का वितरण करके हरियाली का संदेश देंगे।
ग्रीष्म ऋतु में गोयल बीजों का संग्रह करते हैं और बारिश आने पर अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और पर्यावरण प्रेमियों को वितरित करते रहते हैं एवं आसपास कहीं पौधारोपण होता है तो पौधे के पास में बीजों को भी लगा देते हैं। मुख्य रूप से तुलसी, बेलपत्र, मीठानीम, गुलमोहर, अमलतास, नीम, सुरजना के बीज आसानी से अंकुरित होकर जल्द ही बड़े हो जाते हैं।
पीपलीनाका चौराहा पर होगा दंगल का आयोजन
क्रीड़ा भारती उज्जैन एवं श्री मारुतिगंज व्यायामशाला (ओंकारदास गुरु) के तत्वावधान में परंपरागत दंगल का आयोजन आज 10 जुलाई, गुरुवार शाम 5 बजे से पीपलीनाका चौराहा पर किया जाएगा। गणेश बागड़ी गज्जू पहलवान मित्र मंडल द्वारा आयोजित इस दंगल में उज्जैन मध्यप्रदेश के अलावा दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, पंजाब सहित देश के विभिन्न शहरों से पहलवान हिस्सा लेंगे। सभी पहलवानों को नकद राशि और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जाएगा।
भाजपा मनाएगी गुरु पूर्णिमा
भारतीय जनता पार्टी नगर के 12 मंडलों में गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाएगी। इस दौरान मंडल क्षेत्र में रहने वाले संतगण और गुरुजनों का सम्मान किया जाएगा। इस संबंध में आज भारतीय जनता पार्टी कार्यालय पर बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें गुरु पूर्णिमा एवं अन्य कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। भाजपा नगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कार्यकर्ताओं को जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश संगठन के निर्देश पर शहर के सभी 12 मंडलों में गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया जाएगा।
ब्राह्मण समाज और त्रिशूल शिवगण वाहिनी की गुरु पूजन यात्रा
ब्राह्मण समाज व त्रिशूल शिवगण वाहिनी उज्जैन गुरु पूजन यात्रा निकालकर सभी संतो का गुरु पूजन करेंगे। अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज राष्ट्रीय सचिव पंडित शैलेंद्र द्विवेदी ने बताया कि अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी महामंत्र तरूण उपाध्याय, त्रिशूल शिवगण वाहिनी संस्थापक पूर्व प्रयुक्त पंडित आदित्य नगर के संयोजन में गुरु पूर्णिमा उत्सव गुरु पूजन यात्रा अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज एवं त्रिशूल शिव गण वाहिनी द्वारा आज प्रातः 10 बजे सांदीपनि आश्रम अंकपात मार्ग से सांदीपनि वंशज पुजारी पं. राहुल व्यास रुपम व्यास आचार्य के निर्देशन में गुरु सांदीपनि की पूजन कर गुरु यात्रा प्रारंभ करेंगे।