अंडर गारमेंटस नहीं उठाने पर बडऩगर में लगा दी थी ड्यूटी, ३५ हजार देना पड़े

उषाराज व रिपूदमन 13 दिन के रिमांड पर, दोनों सस्पेंड

उज्जैन,अग्निपथ। डीपीएफ घोटाले में रिमांड पर चल रही पूर्व जेल अधीक्षक उषाराज व रिपूदमन को सोमवार को सस्पेंड कर दिया गया। प्रकरण में भैरवगढ़ पुलिस ने दोनों को १३ दिन व तीनों सटोरियों का पांच दिन के रिमांड पर ले लिया। इधर उषाराज के आरोपी बनने के बाद उससे पीडि़त कर्मचारी अब मुखर होने लगे है। ऐसी दो महिला जेल प्रहरी ने रोते हुए अपनी दास्ता सुनाई।

केंद्रीय जेल भैरवगढ़ की महिला प्रहरी सुलोचना मेवाड़ा ने बताया कि कुछ माह पहले उषाराज ने उसकी ड्रयूटी अपने बंगले पर लगा दी थी। उससे झूठे बर्तन तक उठवाए। उन्होंने एक दिन बाथरुम से उनके अंडर गारमेंट उठाने का कहा। मना करने पर उनकी बेटी ने भी प्रताडि़त किया और फिर बडऩगर अटैच कर दिया। पति भी जेल पर पदस्थ है और बच्चा भी छोटा सा है इसलिए परेशानी होने के बावजूद छूट्टी तक देने से मना कर दिया। तीन माह तक परेशान होने के बाद वापसी के लिए ५० हजार रुपए मांगे। हाथ पैर जोडक़र २५ हजार रुपए देने पर वापसी की,पर ज्वाईन नहीं करने दिया और १० हजार रुपए देने के बाद ड्यूटी पर आ सकी,जिसके कारण वह कर्जदार हो गए। एक और महिला प्रभरी को भी बंगले पर ड्यूटी नहीं करने पर बडऩगर भेज दिया। वहीं प्रहरी रिमझिम ने बताया कि बंगले पर ड्यूटी लगाकर मेडम और उनकी बेटी अभ्रदता करती थी। महिला प्रहरियों को उषाराज को जूते तक पहनाने पड़ते थे।

13 दिन का रिमांड मिलते ही अलाप

डीपीएफ की राशि खाते में डलवाने पर फंसे सटोरिए रोहित चौरसिया,रिंकू मांदरे व हरिश गेहलोद २३ मार्च से रिमांड पर ले रखा है। बावजूद रिकवरी नहीं होने पर तीनों को फिर ३१ मार्च तक फिर रिमांड ले लिया। उषाराज व रिपूदमन सिंह उर्फ अंकुर के संबंध में बताया कि उषाराज के मुंबई व इंदौर में संपत्ति की सूचना है। प्रकरण में उनकी बेटी की भी भूमिका है। तलाशी में समय लगेगा। इस पर कोर्ट ने दोनों को ८ अप्रैल तक रिमांड पर सौंप दिया। इस पर उषाराज अलाप लगाने लगी की उसे साजिश कर फंसाया गया है। प्रकरण में पुलिस को ज्लेलर्स आनंद जडिय़ा,सटोरिए सुशील परमार,पिंटू तोमर,अमित मीणा सहित करीब एक दर्जन लोगों की भी तलाश है।

सस्पेंड कर मुख्यालय अटैच

जेल के ६८ कर्मचारियों के भविष्य निधी खाते से १३.५४ करोड़ का घोटाला मामले ४८ घंटे से अधिक हवालात में रहने पर जेल डीजी अरविंद कुमार ने उषाराज को सस्पेंड कर मुख्यालय अटैंच कर दिए। विभाग के आदेश पर प्रभारी जेल अधीक्षक हिमानी मनवारे ने भी रिपूदमन को सस्पेंड कर भैरवगढ़ जेल में अटैच किया है।

कब्जाएं दो बंगले नजर में आए

गबन कांड में रिमांड पर चल रही उषाराज ने जेल के सामने दो और बंगले पर कब्जा कर सामान छूपा रखा है। पुलिस को उनकेअधिकृत बंगले की तलाशी लेकर गबन से संबंधित कुछ दस्तावेज मिले,लेकिन उषाराज ने दो बंगलों की जानकारी छूपाए रखी। बंगलों पता चलने के बाद पुलिस अब उनके भी ताले तोडक़र तलाशी लेगी।

उषाराज का झूठ बेनकाब

उषाराज का एक ओर झूठ बेनकाब हो गया। सागर जेल में दोहरी हत्या के केस में सजा काट रही राजकुमार पति उमेश बच्चें के कारण कुछ समय पहले भैरवगढ़ जेल में ट्रांसफर होकर आई। उसने जेलकर्मियों को बताया कि वर्ष १९९५ में उषाराज को अपने पति की हत्या के आरोप में सागर जेल में भेजा गया था। उषाराज उसकी मां और बहन के साथ छह माह तक जेल में रही थी।

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