पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत की वजह पता चलेगी
उज्जैन, अग्निपथ। तराना के रहने वाले एक 48 वर्षीय व्यक्ति की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार शाम मौत हो गई। मृतक के बेटों ने अस्पताल में गलत इलाज करने का आरोप डॉक्टर्स पर लगाया है। पुलिस ने मामला संदिग्ध होने पर मृतक का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का सही कारण पता चलेगा।
मिली जानकारी के अनुसार तराना के रहने वाले मोहन पिता जगन्नाथ बागरी उम्र 48 वर्ष की जिला अस्पताल के चरक भवन में उपचार के दौरान बुधवार शाम 7 बजे मौत हो गई। मृतक के पुत्र अरविंद ने बताया कि उसके पिता मोहन लाल को घबराहट और बुखार होने पर वे बुधवार दोपहर 2 बजे जिला अस्पताल लेकर आए थे। शाम 4 बजे तक वे ठीक हो गए और उन्होंने सेवफल खाए, बातचीत भी कर रहे थे, लेकिन हाथ पैर में दर्द हो रहा था।
इस पर डॉक्टर्स को बताया तो उन्होंने दर्द के लिए इंजेक्शन लगाया और दवाई दी। इसके बाद अचानक मोहनलाल की तबियत ज्यादा बिगड़ गई और दवाई देने के आधे घंटे बाद मौत हो गई। इस पर परिजन भडक़ गए और डॉक्टर्स पर गलत इलाज का आरोप लगाया। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और मामला संदिग्ध होने पर शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी में रखवाया। गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस मामले में जांच कर रही है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत के कारणों का पता चलेगा।
महावीर एवेन्यू में वृद्ध ने फांसी लगाई, मौत
उज्जैन, अग्निपथ। महावीर एवेन्यू में रहने वाले वृद्ध ने अज्ञात कारणों के चलते घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची माधवनगर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए चरक अस्पताल भिजवाया। जहां पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
माधवनगर थाने के आरक्षक आशुतोष नागर ने बताया कि मृतक का नाम दिलीप पिता बजरंगलाल बड़ोदिया (50) निवासी महावीर एवेन्यू है और आगर में महिला एवं बाल विकास विभाग में बाबू के पद पर पदस्थ था। गुरुवार सुबह 8 बजे पत्नी बच्चों को स्कूल बस में छोडऩे गई थी जब वापस लौटी तो दिलीप फांसी के फंदे पर लटक रहा था।
इसके बाद तत्काल माधवनगर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को चरक अस्पताल भेजा। हालांकि, आत्महत्या का कारण अज्ञात है और परिजनों ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।
