धार, अग्निपथ। परिवहन विभाग ने सडक़ सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए दो सप्ताह का विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके तहत आरटीओ (क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी) हृदयेश यादव खुद यात्री बनकर बसों की जाँच कर रहे हैं। हाल ही में, इंदौर से धार की एक बस में यात्रियों से अधिक किराया वसूलने की शिकायत मिलने पर आरटीओ ने स्वयं यात्री बनकर बस में सफर किया। उन्होंने यात्रियों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और किराया अधिक लेने की शिकायत सही पाए जाने पर पीथमपुर थाने पर बस खड़ी करवाकर उस पर कार्रवाई की।
यह अभियान परिवहन आयुक्त के निर्देश पर शुरू किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य सडक़ परिवहन से संबंधित नियमों का कड़ाई से पालन कराना है। अभियान आज से शुरू होकर पाँच अक्टूबर तक चलेगा।
अभियान के मुख्य बिंदु:
- दस्तावेज़ जाँच: सभी वाहनों के दस्तावेज़, जैसे बीमा, फिटनेस, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसीसी), अग्निशमन सिस्टम और फर्स्ट एड किट की जाँच की जाएगी।
- परमिट का उल्लंघन: जो वाहन परमिट की शर्तों का उल्लंघन कर रहे हैं, उन पर भी कार्रवाई होगी।
- ओवरलोडिंग और ओवरस्पीडिंग: निर्धारित संख्या से अधिक यात्रियों और तेज गति से चलने वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- स्कूल बसों की जाँच: अभियान के दौरान स्कूल बसों की भी गहन जाँच की जाएगी।
यह अभियान सडक़ सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। परिवहन आयुक्त, मध्यप्रदेश द्वारा जारी आदेश के बाद विभाग को अतिरिक्त बल भी उपलब्ध कराया गया है। यह अभियान पाँच अक्टूबर तक जारी रहेगा और इसमें मुख्य रूप से इन नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर कार्रवाई होगी:
- 22 सितंबर: बिना वैध बीमा, फिटनेस, पीयूसीसी, अग्निशमन सिस्टम और रेट्रो रिफलेक्टिव टेप के वाहनों पर कार्रवाई।
- 23 सितंबर: बिना परमिट या परमिट की शर्तों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर कार्रवाई।
- 24 सितंबर: बकाया कर वाले वाहनों पर कार्रवाई।
- 25 सितंबर: ओवर स्पीडिंग, ओवर लोडिंग और निर्धारित संख्या से अधिक यात्रियों वाले वाहनों पर कार्रवाई।
- 26 सितंबर: स्कूल बसों की विशेष जाँच की जाएगी।
आरटीओ हृदयेश यादव ने बताया कि नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर छोटी से छोटी बात पर ध्यान दिया जाएगा ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
