कर्फ्यू में दूध की खपत 40% तक घटी
इंदौर। कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ने से लॉकडाउन बढ़ता ही जा रहा है। इसकी वजह से दूध की खपत इंदौर में कम हो गई है। यही वजह है कि बंदी के दूध का रेट 2 रुपए घटा दिया गया है। अब दूध 47 रुपए लीटर मिलेगा। व्यापारियों के मुताबिक पहले जहां 11 लाख लीटर दूध शहर में आता था और पूरा खप जाता था, वहीं अब भी नौ-दस लाख लीटर दूध गांवों से आ तो रहा है, लेकिन खपत मुश्किल से सात-आठ लाख लीटर की ही है। बाकी बचा दूध मजबूरी में प्राइवेट प्लांट पर देना पड़ रहा है, जहां दूध पाउडर, घी आदि बनाया जाता है।
प्लांट से व्यापारी को मुश्किल से 40 रुपए लीटर भाव मिलता है, लेकिन मजबूरी में उसे घाटा उठाकर दूध देना पड़ता है। उन्होंने बताया कि खपत कम होने के बाद भी व्यापारी की कोशिश है कि गांवों से पूरा दूध उठाए और वो भी उसी भाव में जो तय हुआ है।
मध्यप्रदेश दुग्ध विक्रेता महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष भारत मथुरावाला ने बताया कि कल संघ की वर्चुअल बैठक हुई, जिसमें तय हुआ कि आज से बंदी के दूध का भाव दो रुपए लीटर कम किया जाए। अब उपभोक्तातों को घर पहुंच सेवा शुल्क समेत 47 रुपए लीटर में दूध मिलेगा। उत्पादक से 6.60 रुपए प्रति फैट यानी 39 रुपए 60 पैसे लीटर के हिसाब से विक्रेता दूध खरीदेंगे। दूध के भाव में कमी की बड़ी वजह जहां इसकी खपत घटना है। वहींं पशु आहार और दुधारू पशुओं की कीमतों में स्थिरता के कारण भी यह फैसला लिया गया है।
