ई-रिक्शा चालकों में दो फाड़: पहली की तरह व्यवस्था की मांग, विधायक-एसपी से मिले

आधे रिक्शा चालकों का कहना- दो शिफ्ट किये जाने से कमाई नहीं हो रही

उज्जैन, अग्निपथ। प्रशासन ने शहर में जाम की स्थिति को देखते हुए दो शिफ्ट में ईरिक्शा संचालन को लेकर व्यवस्था बनाई थी। इसमें आरटीओ और यातायात डीएसपी को इसकी कमान सौंपी गई थी। व्यवस्था के तहत 12-12 घंटे की दो शिफ्ट में लाल और पीले रेडियम चिपके ईरिक्शा का संचालन करने पर सहमति बनाई गई थी। 15 जुृलाई से यह व्यवस्था शुरू हो गई है। लेकिन अब आधे रिक्शा संचालन इसके विरोध में उतर आये हैं। उनका कहना है कि हमारी कमाई नहीं हो रही है। इसको लेकर शुक्रवार को ईरिक्शा संचालक हिंदूवादी नेता रूपेश ठाकुर के साथ विधायक से मिलने पहुंचे, लेकिन बात नहीं बन पाई।

कलेक्टर नीरजसिंह के निर्देश के बाद आरटीओ संतोष मालवीय और डीएसपी यातायात विक्रमसिंह के नेतृत्व में 12-12 घंटे की शिफ्ट व्यवस्था बनाई गई। इसमें लाल रेडियम लगे ईरिक्शा रात्रि 3 से दोपहर 3 बजे तक संचालित किये जायेंगे। वहीं पीले रेडियम लगे ईरिक्शा का संचालन दोपहर 3 से रात्रि 3 बजे तक किया जायेगा। इस व्यवस्था की अवधि एक माह नियत की गई है।

इसके बाद पीले रेडियम लगे ईरिक्शा रात्रि 3 से दोपहर 3 बजे तक और लाल रेडियम लगे ईरिक्शा दोपहर 3 से रात्रि 3 बजे तक संचालित होंगे। लेकिन इस व्यवस्था का विरोध होना शुरू हो गया है। बड़ी संख्या में पीले रेडियम लगे ईरिक्शा चालक इस व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं।

उनका कहना है कि इस व्यवस्था से हमारी कमाई नहीं हो पा रही है। हमको सवारी नहीं मिल रही है। महाकाल क्षेत्र में आने वाले यात्री सुबह-सुबह दर्शन कर चले जाते हैं। दोपहर में यहां पर सवारी का टोटा रहता है। शाम से लेकर रात तक भी यात्री नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में घर चलाना मुश्किल हो रहा है।

असंगठित ईरिक्शा चालक संघ का भी विरोध

इन ईरिक्शा संचालकों का विरोध असंगठित ईरिक्शा चालक परिचालक संघ से भी है। वे इस संघ को मानने के लिये तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि आरटीओ और यातायात विभाग इस संघ के कहे अनुसार कार्य कर रहे हैं। इनके कहे अनुसार की शिफ्टों को 12-12 घंटे का कर दिया गया है। दूसरे ईरिक्शा चालकों की बात को नहीं सुना गया है। संघ ही रजिस्ट्रेशन बांट रहा है और रेडियम लगवाने के पैसे भी ले रहा है।

ऐसे में दूसरा संगठन बनाने को लेकर भी ईरिक्शा संचालक कह रहे हैं। इसी के चलते शुक्रवार को बड़ी संख्या में ईरिक्शा चालक आरटीओ से मिलने पहुंचे थे। लेकिन नहीं मिलने पर उत्तर क्षेत्र के विधायक के पास अपनी पीड़ा लेकर पहुंचे थे।

विधायक-एसपी के पास भी पहुंचे

ईरिक्शा संचालकों का दल ंिहंदूवादी नेता रूपेश ठाकुर के नेतृत्व में दशहरा मैदान स्थित उत्तर क्षेत्र के विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा के निवास पर भी पहुंचे। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष जगदीश पांचाल ने बताया कि यहां पर विधायक ने जाम की स्थिति का हवाला देते हुए और सभी ईरिक्शा संचालकों द्वारा इस प्रकार की व्यवस्था पर सहमति व्यक्त करने के बाद ही इस व्यवस्था को लागू किया गया था।

जानकारी में आया है कि विधायक की इस बात से नाराज होकर ईरिक्शा संचालक वापस लौट गये थे। श्री पांचाल ने बताया कि इसके बाद एक दल एसपी से भी मिला था। इस दल ने एसपी से संघ द्वारा वसूली की बात भी सामने रखी थी। जिसमें उन्होंने शिकायत करने पर कार्रवाई करने को कहा है। एसपी ने कहा कि सभी ईरिक्शा चालक कोई नई व्यवस्था बतायेंगे तो इस पर भी विचार किया जायेगा।

इनका कहना है

यह व्यवस्था केवल ईरिक्शा पर ही लागू की जा रही है, जबकि ढेरों मैजिक और हरे रंग के ऑटो शहर में संचालित हो रहे हैं। उनको इस व्यवस्था के तहत क्यों नहीं लिया जा रहा है।
-रूपेश ठाकुर, हिंदूवादी नेता

ज्यादा कमाने के चक्कर में कुछ ई-रिक्शा चालक इस तरह का विरोध कर रहे हैं। अगले माह उनको भी मौका मिलेगा।
-बल्लू ठाकुर, असंगठित ई-रिक्शा चालक परिचालक संघ

 

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