उज्जैन : उन्हेल टीआई ओर सब इंस्पेक्टर के शव नदी में मिले दो किलोमीटर दूर

शनिवार रात बडे पुल से गिरी थी कार; कांस्टेबल आरती पाल की तलाश जारी

उज्जैन, अग्निपथ। शनिवार रात दु:खद घटना घटित हो गई। नाबालिग बालिका के गुमशुदा होने के मामले में जांच के लिए जा रहे उन्हेल टीआई (थाना प्रभारी) अशोक शर्मा, सब इंस्पेक्टर मदनलाल निनामा और कांस्टेबल आरती पाल की कार दुर्घटना का शिकार हो गई। कार सहित पुलिस अधिकारी और कर्मचारी बड़े पुल से शिप्रा नदी में गिर गए। इस दौरान शिप्रा में पूर थी और तेज बहाव था।

सूचना मिलने पर रात में ही सर्च ऑपरेशन शुरू हो गया लेकिन पानी ज्यादा होने और तेज बहाव के कारण देर रात तक ना कार मिली और ना पुलिसकर्मियों का कुछ पता चला। सुबह 7 बजे से सर्च ऑपरेशन दोबारा शुरू किया तब करीब 8.30 बजे उन्हेल थाना प्रभारी का शव भैरवगढ़ क्षेत्र में पुल के पास मिला। इसके चार घंटे बाद दोपहर 12 बजे सब इंस्पेक्टर मदलालाल निनामा का शव भी भैरवगढ़ क्षेत्र में ही मिला। शाम 6 बजे तक कांस्टेबल आरती पाल का कुछ पता नहीं चल सका था।

नदी में सुनहरी घाट तरफ गिरी थी अमेज कार

शनिवार रात करीब 9 बजे यह हादसा हुआ।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जूना सोमवारिया की ओर से सफेद होंडा अमेज कार में सवार उन्हेल टीआई अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा और महिला कांस्टेबल आरती पाल एक नाबालिग के अपहरण मामले की तफ्तीश कर उन्हेल लौट रहे थे। उनकी कार जूना सोमवारिया होते हुए बडनग़र रोड स्थित बड़े पुल के ऊपर से गुजर रही थी। तेज रफ्तार कार जब पुल के एकदम बीच में पहुंची तो अनियंत्रित होकर नदी में सुनहरी घाट की तरफ जा गिरी।

महाकाल थाने के बल ने कार गिरने की सूचना कंट्रोलरूम पर दी

जिस वक्त कार गिरी उस समय नदी में तेज उफान था और पानी छोटी रपट से छह फीट ऊपर बह रहा था। चूंकि बारिश के कारण पुल पर महाकाल थाने का बल तैनात था तो उसने तत्काल कार गिरने की सूचना कंट्रोलरूम पर दी। अनंत चतुर्दशी जुलूस व्यवस्था की ब्रीफिंग के लिए देवासगेट पर मौजूद एसपी प्रदीप शर्मा और प्रशासन की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और कार की तलाश शुरू करवाई।

भैरवगढ़ पुल के पास पुलिस वर्दी में शव नदी में दिखा

एसडीईआरएफ के जवान बोट लेकर उफनती शिप्रा में उतरे लेकिन रात से लेकर सुबह तक कार और इसमें सवार लोगों का पता नहीं चला। इस बीच भोपाल से एनडीआरएफ की टीम भी उज्जैन पहुंच गई और तलाश करती रही। भैरवगढ़ पुल के पास पुलिस वर्दी में शव नदी में दिखा तो शव बाहर निकाला। जिसकी पहचान उन्हेल टीआई अशोक शर्मा के रूप में हुई। शर्मा की मृत्यु की पुष्टि होते ही पुलिस महकमे में शोक फैल गया। एडीजीपी उमेश जोगा भी मौके पर पहुंचे।

टीआई का पुत्र शव देख बिलख पड़ा

घटना के बाद पुलिसकर्मियों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए थे। भैरवगढ़ क्षेत्र में जब टीआई शर्मा का शव मिला तो उनका पुत्र शव देखकर बिलख पड़ा और रोते हुए गश खाकर गिर पड़े।

एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि टीआई अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा और महिला कांस्टेबल आरती पाल के साथ एक नाबालिग की तलाश में उज्जैन आए थे। वह यहां से बडनग़र पुल होते हुए वापस उन्हेल जा रहे थे। आशंका है कि इसी बीच कार अनियंत्रित हो गई और नदी में जा गिरी। अनियंत्रित होने का कारण कार की बरामदगी के बाद पता चलेगा। कार की मिस हैडलिंग की गई या कोई मैकेनिकल फॉल्ट था। कार आरती पाल की थी।

रात डेढ़ बजे तक चली सर्चिंग, फिर सुबह शुरू हुआ ऑपरेशन

एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा बहुत ही दुखद हादसा हुआ है। पुलिस कर्मियों की तलाश में रात करीब डेढ़ बजे तक सर्चिंग में कुछ हाथ नहीं लगा तो अभियान रोक दिया गया। फिर सुबह 6 बजे दोबारा अभियान शुरू हुआ। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम बोट और ड्रोन से कार सर्चिंग में लग गए।

सुबह करीब आठ बजे पुलिस के भैरवगढ़ पुलिस के पास पुलिस वर्दी में लाश मिलने की सूचना मिली। ये लाश टीआई शर्मा की थी, जिससे यह पुष्टि हो गई कि जो कार नदी मेें गिरी थी वो उन्हेल पुलिस टीम की थी। इसके बाद पुलिस विभाग में भी शोक का माहौल हो गया। साथियों की तलाश में और तेजी लाई गई।

घटना स्थल बड़े ब्रिज के नीचे से लेकर आगे मंगलनाथ, भैरवगढ़ घाट तक सर्चिंग अभियान तेजी से चला। एसआई मदनलाल और आरती व कार की तलाश में पुलिस जुटी थी। दुर्घटनाग्रस्त कार होंडा अमेज आरती पाल की थी। घटना के वक्त कार भी वही ड्राइव कर रही थी। साइड सीट पर एसआई मदनलाल और पीछे टीआई शर्मा बैठे थे।

बेहतर पुलिसिंग के लिए हो चुकी सम्मानित

आरती अविवाहित हैं और बेहतर पुलिसिंग के लिए उन्हेें हाल में एसपी द्वारा पुरस्कृत भी किया जा चुका है। आरती पाल के भाई का छह माह पहले ही निधन हुआ है।

इन्वेस्टिगेशन में एक्सपर्ट थे टीआई

सब इंस्पेक्टर अशोक शर्मा पिता स्व. महेंद्रपाल शर्मा मूल रूप से उप्र के बुलंदशहर जिले के रसीदपुर के रहने वाले थे। फिलहाल परिवार उज्जैन में रहता है। 18 जून 2024 से उन्हेल में पदस्थ थे और थाना प्रभारी की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे थे। आरक्षक के रूप में 1988 मेें पुलिस विभाग में पोस्टेड हुए शर्मा इंवेस्टिगेशन एक्सपर्ट माने जाते थे। इस कारण अधिकारियों के प्रिय थे।

उनके भाई दिनेश शर्मा भी पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर हैं। वे देवास जिले के विजयगंज थाने में पदस्थ हैं। घटना में मृत एसआई मदनलाल पिता स्व. कानजी निनामा रतलाम के सैलाना निवासी थे। वे 20 अगस्त 23 को उन्हेल पदस्थ हुए थे।

सर्च ऑपरेशन के दौरान अन्य दो लापता के भी शव मिले

शिप्रा नदी के बड़े पुल से पुलिसकर्मियों की कार नदी में गिरने के बाद सर्च ऑपरेशन शुरू हो गया था। जो रात डेढ़ बजे तक चला। इसके बाद सुबह 6 बजे से एसडीआरएफ एनडीआरऔर होमगार्ड की टीम ने दोबारा सर्च ऑपरेशन शुरू किया। दोपहर मेें भैरवगढ़ के समीप सेमलियाखेड़ी गांव में शिप्रा में एक और शव मिला।

पहले लगा कि यह सब इंस्पेक्टर मदनलाल निनामा हैं लेकिन शिनाख्त की तो उसकी पहचान जीवजीगंज क्षेत्र से 3 सितम्बर को लापता हुए कैलाश पिता प्यारेलाल मारू के रूप में हुई । इसी तरह शिप्रा नदी के समीप छोटे पुल के पास चाय की गुमटी लगाने वाली महिला का दामाद पंकज पिता महेशचंद्र पाटीदार का शव भी भैरवगढ़ क्षेत्र से मिला है। जो 4 सितंबर को लापता हो गया था। पुलिस ने दोनों के शव जिला अस्पताल में रखवाए है जिनका पोस्टमार्टम सोमवार को होगा।

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