4 साथियों पर फिर दर्ज हुआ हत्या का केस
उज्जैन, अग्निपथ। नीलगंगा थाना क्षेत्र में हुए अक्कू हत्याकांड से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। इस हत्याकांड में आरोपी रहे लखन चौधरी (28) की रविवार शाम इंदौर के एमवाय अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। चौंकाने वाली बात यह है कि लखन को अक्कू की हत्या के बाद उसके ही साथी आरोपियों ने कवेलू कारखाने में शराब पीने के दौरान बुरी तरह पीटा था। इस हमले में उसकी कनपटी पर कड़े से वार किया गया था, जिससे वह अधमरा हो गया था।
लखन की मौत के बाद 6 दिन में दूसरी बार हत्या का प्रकरण दर्ज
लखन चौधरी की मौत के बाद नीलगंगा पुलिस ने मामले की जांच करते हुए मारपीट करने वाले चार आरोपियों के खिलाफ 6 दिन के भीतर दूसरी बार हत्या का प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस अब इस पूरे घटनाक्रम की गहनता से जांच कर रही है।
थाना प्रभारी तरूण कुरील ने बताया कि लखन पिता रामेश्वर चौधरी निवासी सुतार बाखल, मक्सी रोड़ की उपचार के दौरान मौत हो गई। लखन 23 नवंबर की रात एकता नगर की गोशाला में हुई अक्कू पिता मुरली मालवीय की हत्या में सह-आरोपी था।
मारपीट की वजह: अक्कू की हत्या का विरोध
पुलिस के अनुसार, अक्कू की हत्या में लखन समेत आधा दर्जन से अधिक बदमाश शामिल थे। हत्या को अंजाम देने के बाद लखन, अंकित पारोचे, बिट्टू, विशाल और संदीप कवेलू कारखाने की खाली पड़ी जमीन पर छुपकर शराब पी रहे थे।
दरअसल, लखन चौधरी अक्कू की हत्या नहीं चाहता था। उसने अंकित से कहा था कि अगर वे जान से मारेंगे तो वह पुलिस को बता देगा।
इसी बात को लेकर अंकित और उसके साथियों को डर था कि लखन पुलिस को मुखबिरी करेगा।
शराब पीने के दौरान इसी बात पर लखन का चारों साथियों से विवाद हो गया, जिसके बाद चारों ने उसे बुरी तरह पीटा और कनपटी पर कड़े से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
घायल को घर छोड़कर गए थे आरोपी, मां को हुआ था शक
लखन को बेहोशी की हालत में उसके घर छोड़ने पहुंचे आरोपियों ने उसकी मां और पत्नी से झूठ बोला कि वह मक्सीरोड़ ब्रिज के नीचे पड़ा मिला है। इस बात पर लखन की मां को संदेह हुआ, लेकिन आरोपी कोई जवाब दिए बिना चले गए।
सुबह नशा उतरने के बाद जब लखन को होश आया तो उसने अपनी मां और पत्नी के सामने अंकित, बिट्टू, विशाल और संदीप का नाम लेकर गालियां दीं।
उसने बताया कि रात को कवेलू कारखाने में चारों ने उसे बहुत मारा है और वह उन्हें नहीं छोड़ेगा।
पुलिस गिरफ्तारी और अस्पताल में लापरवाही
सिर में तेज दर्द होने पर लखन को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने साधारण सिरदर्द और बुखार की दवाई देकर घर भेज दिया। इसी बीच, नीलगंगा पुलिस अक्कू हत्याकांड के सिलसिले में लखन को गिरफ्तार कर थाने लाई।
पूछताछ में उसने अपने साथ हुई मारपीट की बात भी बताई। टीआई कुरील के निर्देश पर पुलिस उसे जिला अस्पताल ले गई।
जिला अस्पताल के डॉक्टर उसकी आंतरिक गंभीर चोट को नहीं देख पाए और साधारण उपचार करते रहे।
हालत ज्यादा बिगड़ने पर उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल रेफर किया गया।
मौत का कारण: गंभीर आंतरिक रक्तस्त्राव
इंदौर एमवाय अस्पताल में जांच के बाद पता चला कि लखन के मस्तिष्क में गहरी चोट लगने से अंदरूनी रक्तस्त्राव हो रहा था और खून का थक्का जम गया था। गहरी चोट और अधिक रक्तस्त्राव के कारण रविवार को लखन की मौत हो गई।
एमवाय अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद, नीलगंगा पुलिस ने पूरे घटनाक्रम को देखते हुए लखन से मारपीट करने वाले अंकित पारोचे, बिट्टू, विशाल और संदीप के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया है।
अक्कू हत्याकांड के तीन आरोपी जेल में, चौथा फरार
लखन चौधरी की हत्या के तीन आरोपी- अंकित पारोचे, बिट्टू और विशाल – पहले से ही अक्कू हत्याकांड के मामले में जेल में बंद हैं। वहीं, चौथा आरोपी संदीप अभी फरार है, जिसे पुलिस जल्द ही गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।
इनका कहना
अक्कू हत्याकांड में शामिल लखन चौधरी की इंदौर के अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। उसे हत्या में शामिल अन्य साथियों ने पीटा था। मामले में चार के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस जांच कर रही है। –तरूण कुरील, टीआई नीलगंगा
