उज्जैन के चक्रतीर्थ के विकास में आएगी तेजी: 50 साल की योजना और तत्काल मृत्यु प्रमाण पत्र!

चक्रतीर्थ के विकास को लेकर मंगलवार को भी महापौर ने एक बैठक आयोजित की

उज्जैन, अग्निपथ। यदि विकास कार्यों को उचित गति मिलती है, तो उज्जैन शहर के विकास में चार चांद लग जाएंगे। ऐसा ही कुछ हो रहा है चक्रतीर्थ श्मशान घाट के विकास को लेकर। पहली बार बुधवार को महापौर मुकेश टटवाल द्वारा चक्रतीर्थ पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में महापौर ने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि चक्रतीर्थ के विकास की ऐसी योजनाएं बनाई जाएं, जो आने वाले 50 वर्षों में भी स्थायी प्रवृत्ति की हों। साथ ही, उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि दाह संस्कार के तुरंत बाद ही मृत्यु प्रमाण पत्र परिवारजनों को उपलब्ध कराया जाए। महापौर ने निगम आयुक्त आशीष पाठक की अनुपस्थिति पर नाराजगी भी व्यक्त की।

कर्मचारियों को निष्ठा से काम करने के निर्देश

समीक्षा बैठक के दौरान महापौर मुकेश टटवाल ने चक्रतीर्थ पर कार्यरत सभी कर्मचारियों को पूरी निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए निर्देशित किया। जानकारी मिली है कि यहां नगर निगम के कई कर्मचारी पदस्थ हैं, लेकिन वे अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित रहते हैं।

महापौर ने नागरिकों के लिए चक्रतीर्थ में बुनियादी सुविधाओं जैसे सफाई व्यवस्था, पेयजल, प्रकाश, पार्किंग, बैठने के लिए उचित स्थान, उद्यान का रखरखाव और सुलभ शौचालय की साफ-सफाई पर विशेष जोर दिया। उन्होंने छोटे-छोटे निर्माण एवं संधारण कार्यों की आवश्यकता को भी रेखांकित करते हुए व्यवस्था में सुधार लाने के संकेत दिए। सुरक्षा की दृष्टि से उन्होंने चौकीदार और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।

चक्रतीर्थ पर 80 लाख की लागत से डोम, वातानुकूलित कक्ष और म्यूजिक सिस्टम

नगर निगम द्वारा चक्रतीर्थ पर विकास एवं निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं। इसी क्रम में चक्रतीर्थ पर लगभग 80 लाख रुपये की लागत से एक डोम का निर्माण किया जा रहा है। बैठने के कक्ष को वातानुकूलित करने के साथ ही, महापौर ने यह भी निर्देश दिए कि एलईडी टीवी के माध्यम से रामायण एवं महाभारत के प्रसंग चलते रहें, जिससे मोक्ष धाम पर आने वाले नागरिक इन प्रसंगों को देख सकें।

महापौर ने शहरवासियों, समाजजनों और सामाजिक संगठनों से भी स्वेच्छा से चक्रतीर्थ के विकास कार्य में अपना योगदान देने का आह्वान किया। इस बैठक में एमआईसी सदस्य शिवेंद्र तिवारी, प्रकाश शर्मा, रजत मेहता, कैलाश प्रजापत, सत्यनारायण चौहान, अपर आयुक्त पवन कुमार सिंह, उपायुक्त संदेश गुप्ता, मनोज मौर्य, कार्यपालन यंत्री पीसी यादव, जगदीश मालवीय, सहायक यंत्री मनोज राजवानी, डीएस परिहार, स्वास्थ्य अधिकारी हरीश व्यास एवं चक्रतीर्थ के कर्मचारी उपस्थित रहे।

निगम आयुक्त की अनुपस्थिति पर महापौर ने जताई नाराजगी

चक्रतीर्थ के विकास को लेकर मंगलवार को भी महापौर ने एक बैठक आयोजित की थी, जिसमें निगम आयुक्त श्री पाठक को भी बुलाया गया था। हालांकि, उन्होंने असमर्थता व्यक्त करते हुए खुद को उज्जैन से बाहर बताया था। लेकिन उनके द्वारा निरीक्षण किया जा रहा था। वहीं, दूसरे दिन भी उन्हें बुलाया गया, लेकिन वे इस बैठक में नहीं पहुंचे। जिस पर महापौर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए करीब 7 से 8 बार उनका नाम लिया।

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