उज्जैन, अग्निपथ: गुरुवार को उज्जैन नगर निगम परिषद का साधारण सम्मिलन हंगामेदार रहा। UCCTL के 17 कर्मचारियों के वेतन के लिए 30 लाख के लोन और फ्रीगंज में पोर्च का हवाई हक 30 साल की लीज पर देने जैसे मुद्दों पर नेता प्रतिपक्ष ने जोरदार बहस की। निगम अध्यक्ष श्रीमती कलावती यादव की अध्यक्षता में यह सम्मिलन राष्ट्रगीत के साथ शुरू हुआ।
महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर लगी मुहर, पर विवाद कायम
कार्यसूची के प्रस्तावों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। 8 मई 2025 के पूर्व निगम सम्मिलन के कार्यवृत्त की पुष्टि की गई और प्रश्नोत्तर का दौर भी चला। कार्यालयीन कार्य और वेतन भुगतान के संबंध में नगर पालिक निगम उज्जैन से राशि लेने के प्रस्ताव को पूरक प्रस्ताव सहित कानूनी राय लेकर अगली बैठक में रखने का निर्देश दिया गया।
कई महत्वपूर्ण सड़क चौड़ीकरण और निर्माण कार्यों को सर्वानुमति से स्वीकृति मिली, जिनमें:
- गेल इंडिया तिराहे से मंछामन चौराहे व नीलगंगा तिराहे तक मार्ग का चौड़ीकरण।
- गाड़ी अड्डा से ढांचा भवन होते हुए रणकेश्वर महादेव मंदिर MR 5 मार्ग तक MR 4 मार्ग रोड चौड़ीकरण।
- बीड़ी क्लाथ मार्केट, तेलीवाड़ा, ढाबारोड होते हुए छोटी पुलिया तक मार्ग का चौड़ीकरण।
- स्पेशल असिस्टेंस के तहत गदापुलिया, मंछामन होते हुए इंदौर रोड तक सीमेंट कांक्रीट एवं नाला निर्माण।
राज्य शासन के सभी विभागों के समान संवर्गों के लिए सुनिश्चित कैरियर प्रोन्नयन योजना के तहत चतुर्थ समयमान वेतनमान देने के प्रस्ताव को भी सर्वानुमति से मंजूरी मिल गई।
फ्रीगंज पोर्च विवाद पर विपक्ष ने उठाई आवाज
फ्रीगंज क्षेत्र में निगम स्वामित्व की पोर्च भूमि के ऊपर के हवाई हक को 30 वर्ष की लीज पर देने के प्रस्ताव पर लंबी चर्चा हुई। इसे राज्य शासन की स्वीकृति के लिए भेजने की मंजूरी दी गई, साथ ही निगम आयुक्त को पोर्च से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए। निगम अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि फ्रीगंज क्षेत्र को अपने मूल स्वरूप में सुंदर दिखना चाहिए।
चौराहा और रोड का नामकरण
उज्जैन शहर स्थित अंकपात मार्ग (इमली चौराहा) का नामकरण सत्यवादी वीर तेजाजी चौराहा और जिला न्यायालय से MR 10 फोरलेन रोड का नामकरण विधिवेत्ता प्रताप मेहता अधिवक्ता के नाम पर करने के प्रस्तावों को कानूनी प्रक्रिया के बाद शासन को भेजने का निर्देश दिया गया।
जर्जर संपत्तियों को तोड़ने की सैद्धांतिक मंजूरी
निगम स्वामित्व की जीर्ण-शीर्ण बिहार लॉज को तोड़ने, जिला चिकित्सालय परिसर में बोहरा वार्ड के पीछे सुलभ कॉम्प्लेक्स को हटाने, और वार्ड क्र. 24 अंतर्गत बहादुरगंज खादठिया सब्जी मंडी के पास निर्मित जर्जर गोदाम/दुकानों को तोड़ने के प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई। इन प्रस्तावों को सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान करते हुए विस्तृत कार्य योजना के साथ अगली बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। सम्मिलन के दौरान नव नियुक्त सहायक आयुक्तों का परिचय भी सदन के सदस्यों से कराया गया।
सम्मिलन के अंत में, महापौर मुकेश टटवाल, निगम अध्यक्ष श्रीमती कलावती यादव, नेता प्रतिपक्ष रवि राय सहित सभी सदस्यों ने 12 जून को अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मृत नागरिकों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
कांग्रेस पार्षदों का प्रदर्शन: विकास कार्य ठप, ठेकेदारों का भुगतान अटका!

सम्मिलन के दौरान जहां कुछ प्रस्तावों पर सहमति बनी, वहीं नगर निगम के मुख्य गेट पर कांग्रेस पार्षद दल ने जोरदार प्रदर्शन कर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी की। पार्षदों ने तख्तियां लेकर विरोध जताया, जिसका मुख्य कारण उनके क्षेत्रों में विकास कार्यों का ठप होना और ठेकेदारों को भुगतान न मिलना था।
नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने बताया कि पिछले 3 वर्षों से कोई भी निर्माण कार्य नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर आयुक्त आशीष पाठक को कई बार अवगत कराया गया है। कुछ दिन पहले शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुकेश भाटी के साथ भी आयुक्त से चर्चा हुई थी, जिसमें आयुक्त ने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया था।
रवि राय ने आरोप लगाया कि भुगतान न मिलने के कारण ठेकेदारों ने काम करना बंद कर दिया है। वार्डों में टूटी सड़कें, नालियां, उद्यान और चैंबर की मरम्मत का काम रुका हुआ है। सरकार करोड़ों रुपये की घोषणाएं कर रही है, लेकिन नगर निगम के टेंडर में कोई ठेकेदार या एजेंसी भाग लेने को तैयार नहीं है। हालांकि, यह कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन न तो निगम मुख्यालय में बैठे निगम आयुक्त के सामने हुआ और न ही सदन में इस बारे में किसी तरह का कोई विचार-विमर्श किया गया।