संयोजिका पति द्वारा झूलों की चैकिंग करने से मामला भडक़ा
उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम परिसर शनिवार को उस समय अखाड़ा बन गया, जब कार्तिक मेले में अवैध झूलों के मुद्दे पर चल रही झूला समिति की बैठक तू-तू, मैं-मैं से शुरू होकर मारपीट में बदल गई। वहां मौजूद कांग्रेस और भाजपा के अन्य पार्षदों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करवाया। घटना के बाद दोनों पार्षदों को उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा कार्यालय में तलब किया गया है।
क्या था विवाद का कारण?
यह पूरा विवाद कार्तिक मेले में अवैध रूप से चल रहे झूलों पर नगर निगम की कार्रवाई से जुड़ा है। नगर निगम ने शुक्रवार रात कार्रवाई करते हुए एक ही प्लॉट पर अतिरिक्त रूप से संचालित हो रहे तीन झूलों को सील कर दिया था। ये अवैध झूले (एक नाव और दो बड़े झूले) पिछले 20 दिनों से चल रहे थे।
इसी कार्रवाई को लेकर शनिवार को निगम की झूला समिति की बैठक चल रही थी। चर्चा संयोजिका अंजलि बालकृष्ण पटेल ने अवैध झूलों पर बात करते हुए शुरू की। इसी बीच, पार्षद सुशील श्रीवास ने झूला नाव को हटाने और जब्ती की कार्रवाई पर जोर दिया, जबकि पार्षद गब्बर भाटी ने इन अवैध झूलों पर जुर्माना लगाने की बात का अनुमोदन किया। यहीं से विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पार्षदों के बीच जमकर हाथापाई हो गई। पार्षद छोटेलाल मंडलोई, इमरान खान और राजेश बाथम ने बीच-बचाव कर स्थिति को नियंत्रित किया।
इनसाइड स्टोरी: अवैध वसूली और ऑडियो क्लिप
निगम के गलियारों में चर्चा है कि इस विवाद की जड़ में अवैध वसूली और झूलों पर कब्जे को लेकर चल रही पुरानी तकरार थी। चर्चा के अनुसार, पार्षद गब्बर भाटी ने मेले में कुछ झूले खरीद लिए हैं।
अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, संयोजिका पति बालकृष्ण पटेल (जो समिति में नहीं हैं) चार-पांच दिन से कुछ भाजपा नेताओं के साथ अवैध झूलों की चेकिंग कर रहे थे, जिसके चलते दोनों पक्षों के बीच तनातनी चल रही थी। बैठक में गब्बर भाटी ने बालकृष्ण पटेल को समिति में बैठने का अधिकार नहीं है कहकर बाहर जाने को कहा।
मामला तब और गरमा गया जब गब्बर भाटी ने अवैध झूले लगवाने के लिए पैसे लेने के आरोप पर प्रमाण माँगा। उन्होंने अपने मोबाइल का स्पीकर चालू कर एक ऑडियो क्लिप समिति में सुनाया, जिसमें प्रति झूले से 50 हजार रुपये की डिमांड की बात सुनाई दे रही थी। इस ऑडियो ने विवाद को चरम पर पहुँचा दिया।
दोनों पार्षदों को तलब किया
बैठक में विवाद की जानकारी मुझे लगी है। दोनों पार्षदों से मैने चर्चा भी की है। पार्टी का अंदरूनी मामला है। दोनों पार्षदों को पार्टी कार्यालय बुलाया है। दोनों को बैठाकर गलत फहमी दूर कर ली गई है।
– संजय अग्रवाल भाजपा नगर अध्यक्षमामले को मिल बैठकर सुलझा लिया गया है।
– गब्बर भाटी, पार्षद वार्ड-10
पार्षद सुशील श्रीवास के मोबाइल नंबर 9907777779 पर संपर्क किया गया, लेकिन संपर्क हीं हो पाया।
