उज्जैन, अग्निपथ। देवासगेट थाना क्षेत्र स्थित प्रेमछाया परिसर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहाँ बजरंग दल के कार्यकर्ताओं और नाबालिग के परिजनों ने मिलकर दो युवकों की पिटाई कर उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। आरोप है कि ये युवक एक नाबालिग लड़की को दो साल से परेशान कर रहे थे और उसके निजी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसे बुला रहे थे।
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार, केडी गेट निवासी जाफर और मुर्दुशाह (निवासी लोहे का पुल) नामक ये दोनों युवक पिछले दो साल से एक नाबालिग लड़की को परेशान कर रहे थे। उन्होंने लड़की के कुछ निजी वीडियो बना लिए थे। इन वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर वे लड़की को अपने दोस्त के कमरे पर बुला रहे थे। उनके मोबाइल में मिली चैटिंग से यह बात सामने आई है कि वे लड़की को सुबह 11 बजे आने के लिए कह रहे थे और लिखा था, “एक घंटे के लिए रूम की बात कर ली है।” जब किशोरी ने पूछा कि क्यों मिलना है, तो उन्होंने कहा, “तुम्हें पता तो है।” किशोरी के रूम में मिलने से मना करने पर, उन्होंने सीधे वीडियो वायरल करने की धमकी दी।
इन धमकियों से परेशान होकर किशोरी ने पूरी बात अपने परिजनों को बताई। आक्रोशित परिजन प्रेमछाया परिसर पहुँचे। जानकारी मिलने पर हिंदूवादी संगठन बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मौके पर आ गए। यहाँ परिजनों ने आरोपी जाफर और मुर्दुशाह को पकड़कर पिटाई की और फिर पुलिस को बुला लिया।
बजरंग दल का “लव जिहाद” का आरोप
जाफर के बारे में बताया जा रहा है कि वह मदरसे का सीनियर छात्र है और मुस्लिम बस्तियों में बच्चों को पढ़ाता भी है। बजरंग दल के कार्यकर्ता ऋषभ कुशवाहा ने इस घटना को “लव जिहाद” का मामला बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिम युवक ने हिंदू लड़की को जाल में फँसाकर दुष्कर्म का प्रयास किया। बजरंग दल ने पुलिस से ब्लैकमेलिंग, दुष्कर्म और “लव जिहाद” का प्रकरण दर्ज कर निष्पक्ष जाँच की मांग की है।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और मामले की गंभीरता से जाँच कर रही है। यह देखना होगा कि जाँच में क्या नए तथ्य सामने आते हैं।