उज्जैन अग्निपथ: फिल्मी कहानियों सी लगने वाली एक ठगी की वारदात का उज्जैन पुलिस ने खुलासा कर दिया है. घट्टिया थाना क्षेत्र के बिछड़ौद में एक युवक को शादी के नाम पर झांसा देकर 1 लाख 91 हजार रुपये ऐंठने वाली ‘लुटेरी दुल्हन’ और उसके गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने दबोच लिया है. इस मामले ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है.
एडिशनल एसपी गुरुप्रसाद पाराशर ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बिछड़ौद निवासी 35 वर्षीय ड्राइवर संजय बैरागी की शादी नहीं हो रही थी. इस बीच, उनके दूर के मौसा ने इंदौर की एक लड़की का रिश्ता बताया. संजय को इंदौर के लक्ष्मीपुरा मरीमाता क्षेत्र की रहने वाली भावना पसंद आ गई और उन्होंने शादी के लिए हां कर दी.
धोखे की शुरुआत: 11 हजार ऑनलाइन, फिर लाखों नकद!
ठगों ने अपनी चाल बिछानी शुरू कर दी थी. शादी की तारीख तय होने के बाद, भावना के परिवार वालों ने संजय से बिछड़ौद आने-जाने के खर्च के तौर पर 11 हजार रुपये ऑनलाइन मंगवा लिए. इसके बाद, शादी के दिन बकायदा 1 लाख 90 हजार रुपये नकद भी लिए गए. शादी तो हो गई, लेकिन संजय को भावना का व्यवहार कुछ संदेहास्पद लगा. शादी के महज दो दिन बाद ही भावना मायके जाने की जिद पर अड़ गई. उसने दो अन्य महिलाओं को भी घर बुला लिया और रफूचक्कर होने की तैयारी में जुट गई.
मौसा गिरोह का हिस्सा
संजय और उनके परिवार को जब दाल में कुछ काला लगा, तो उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए. सामने आया कि भावना मराठे, संजय के दूर के मौसा विष्णुदास (निवासी सांवेर), सुधा पांडे और सोनू रायकवार (निवासी मरीमाता) एक संगठित ‘लुटेरी दुल्हन’ गिरोह का हिस्सा हैं.
पुलिस ने शुक्रवार को इन चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया है. इस गिरफ्तारी से ऐसे गिरोहों को एक कड़ा संदेश गया है कि ठगी का धंधा अब नहीं चलेगा.