उज्जैन, अग्निपथ: धर्मनगरी उज्जैन में श्रावण-भादों मास के दौरान भगवान श्री महाकाल की 6 सवारियां निकाली जाएंगी, जिसकी शुरुआत 15 जुलाई को पहली सवारी के साथ होगी। भादों मास में भगवान महाकाल की अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण राजसी (शाही) सवारी 18 अगस्त को निकलेगी। इस दौरान श्रावण मास में चार और भादों मास में दो सवारियां निकलेंगी, जो भक्तों को भगवान के विभिन्न स्वरूपों के दर्शन का अवसर प्रदान करेंगी।
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति की बैठक में अहम फैसले
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर रोशन कुमार सिंह की अध्यक्षता में पुलिस कंट्रोल रूम, माधव नगर के सभाकक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में श्रावण-भादों मास में निकलने वाली भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारियों के संबंध में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल की सवारी के बेहतर और व्यवस्थित दर्शन मिल सकें, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं, विशेषकर बैरिकेडिंग की व्यवस्था को सुधारा जाए।
बैठक में मंदिर प्रशासक एडीएम प्रथम कौशिक ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से श्रावण-भादों मास में निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारियों की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संपूर्ण सवारी मार्ग पर सीसीटीवी, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, बैरिकेडिंग, साफ-सफाई, चिकित्सा व्यवस्था, जल व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई। सवारी के दौरान शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन से कार्यपालक दंडाधिकारियों को पाबंद किया जाएगा।
बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, एडीएम प्रथम कौशिक, एसडीएम एलएन गर्ग, ए.ए.एस.पी. नितेश भार्गव, डिप्टी कलेक्टर और उप प्रशासक एस.एन. सोनी, श्रीमती सिम्मी यादव, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक के उपरांत सभी वरिष्ठ अधिकारियों और संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा संपूर्ण सवारी मार्ग का भ्रमण किया गया और आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए गए।
महाकाल की सवारी का विस्तृत कार्यक्रम
श्रावण-भादों मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में:
- प्रथम सवारी: सोमवार, 15 जुलाई
- द्वितीय सवारी: सोमवार, 22 जुलाई
- तृतीय सवारी: सोमवार, 29 जुलाई
- चतुर्थ सवारी: सोमवार, 05 अगस्त (श्रावण मास में)
- पंचम सवारी: सोमवार, 11 अगस्त (भादों मास में)
- राजसी (शाही) सवारी: सोमवार, 18 अगस्त
सवारी मार्ग परंपरागत रहेगा, कोई बदलाव नहीं
भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभा मंडप में विधि-विधान से पूजन-अर्चन उपरांत अपने निर्धारित समय से प्रारंभ होकर महाकाल लोक, गुदरी चौराहा, बख्शी बाजार, कहारवाड़ी से होते हुए रामघाट क्षिप्रा तट पहुंचेगी। यहां सवारी का पूजन-अर्चन होने के बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती समाज मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होती हुई श्री महाकालेश्वर मंदिर में वापस आएगी।
राजसी (शाही) सवारी 18 अगस्त को उपरोक्त मार्ग के अतिरिक्त टंकी चौराहा से मिर्जा नईमबेग, तेलीवाड़ा चौराहा, कंठाल, सतीगेट, सराफा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।
महाकाल की 6 सवारियां में प्रत्येक का अलग थीम, लोक कलाकार करेंगे नृत्य प्रस्तुत
श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को अलग-अलग थीम पर सवारी का आयोजन किया जाएगा और राजसी सवारी की योजना के बारे में विस्तार से बताया गया। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक सवारी पर अलग-अलग आयोजन किए जाएंगे। सवारियों के दौरान धार्मिक स्थलों के मंदिरों के महत्व को दर्शाती हुई झांकियों का प्रदर्शन एलईडी स्क्रीन के माध्यम से किया जाएगा। साथ ही, मध्य प्रदेश के जनजातीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों और लोक नृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी।
शांति समिति की बैठक: यातायात सुधार पर जोर
कलेक्टर रोशन कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा की अध्यक्षता में गुरुवार को माधव नगर कंट्रोल रूम के सभा कक्ष में आगामी पर्वों के मद्देनजर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा शांति और कानून व्यवस्था और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं किए जाने के संबंध में सुझाव दिए गए।
कलेक्टर सिंह ने दिए गए सुझावों पर आश्वासन देते हुए कहा कि सभी सुझावों पर उचित कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर में निर्माण कार्य के दौरान जो भी गड्ढे हुए हैं, उन्हें शीघ्र अतिशीघ्र दुरुस्त करवाया जाए। क्षिप्रा तट पर होमगार्ड के जवानों द्वारा लाउडस्पीकर पर लगातार अनाउंसमेंट किया जाए। आने वाले समय में ट्रैफिक व्यवस्था के उचित संचालन हेतु शहर के कुछ स्थानों पर वन-वे ट्रैफिक की व्यवस्था की जाएगी।
कलेक्टर की अपील अफवाहों पर ध्यान न दें
कलेक्टर ने बैठक में धर्म गुरुओं और नागरिकों से अपील की कि वे आगामी त्योहारों को सजगता और सौहार्द के साथ मनाएं, सोशल मीडिया पर भ्रामक चीजों को प्रसारित न करें और अफवाहों पर ध्यान न दें। बैठक के अंत में, समिति सदस्य द्वारकाधीश चौधरी के अनुरोध पर, गत दिनों समिति के सदस्य सुरेंद्र सिंह अरोड़ा के निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया। बैठक में एडीएम प्रथम कौशिक, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, शहर काजी खलीकुर्रहमान, समिति सदस्य द्वारकाधीश चौधरी, प्रीति भार्गव, महेश सोनी और अन्य समाज प्रमुख तथा सदस्य उपस्थित थे।
सावन-भादों में मंदिर के पट सुबह 2:30 बजे से खुलेंगे
सावन प्रारंभ होते ही 15 जुलाई से 18 अगस्त तक मंदिर के प्रातःकालीन पट खुलने का समय सुबह 5:00 बजे होगा। प्रत्येक सोमवार को भस्म आरती का समय प्रातः 2:30 बजे होगा। भस्म आरती प्रतिदिन प्रातः 3 से 5 बजे तक और प्रत्येक सोमवार को 2:30 से 4:30 बजे तक होगी। इसी तरह, 19 अगस्त से पट खुलने का समय पूर्ववत होगा। श्रावण-भादों मास में भस्म आरती में कार्तिकेय मंडपम की अंतिम तीन पंक्तियों से श्रद्धालुओं के लिए चलित भस्म आरती दर्शन की व्यवस्था रहेगी।