उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी में सिम सप्लाई करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में एक ही सिम विक्रेता इमरान नागौरी के खिलाफ महाकाल और माधवनगर पुलिस थानों में दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस को शक है कि इस धोखाधड़ी में एक बड़ा गिरोह शामिल हो सकता है।
ग्राहक को पता चले बिना जारी होती थी दूसरी सिम
महाकाल थाने के एसआई जितेंद्र झाला ने बताया कि आरोपी इमरान नागौरी की आगर नाका नंबर 3 पर मोबाइल की दुकान है। उसने 27 जनवरी 2024 से अब तक 15 ऐसी सिम जारी की हैं, जिनका इस्तेमाल साइबर धोखाधड़ी में हुआ है। माधवनगर पुलिस के अनुसार, आरोपी ने ग्राहकों के दस्तावेज़ का दुरुपयोग कर एक की जगह दो सिम एक्टिवेट की। एक सिम ग्राहक को देकर दूसरी सिम वह ऊँचे दामों पर साइबर अपराधियों को बेच देता था। ग्राहक को इस बात का पता ही नहीं चलता था कि उसके नाम से दो सिम ली गई हैं।
पुलिस जुटी जांच में
पुलिस फिलहाल उन सभी ग्राहकों से संपर्क कर रही है, जिनके नाम से सिम जारी हुई हैं, ताकि उनके बयान दर्ज किए जा सकें। माधवनगर और महाकाल पुलिस दोनों ही मामलों की जांच कर रही हैं। पुलिस ने बीएनएस, आईटी एक्ट और दूरसंचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
