उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन रेलवे स्टेशन पर जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) और आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े मोबाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने देवास, विदिशा और महाराष्ट्र के रहने वाले तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 1.43 लाख की कीमत के कुल 13 चोरी के मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं।
ऐसे हुआ चोरों का पर्दाफाश
जीआरपी थाना प्रभारी सोहनलाल पाटीदार ने बताया कि ट्रेनों में लगातार मोबाइल चोरी की शिकायतों के बाद एक विशेष टीम का गठन किया गया था। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर, पुलिस ने उज्जैन रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक से तीन संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया।
पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने ट्रेनों से मोबाइल चोरी करने की बात कबूल कर ली। पकड़े गए आरोपियों की पहचान देवास निवासी अजय उर्फ बारिक (उम्र 35), विदिशा निवासी अनिल यादव (उम्र 19 साल) और महाराष्ट्र के पचोरा निवासी सुनील हाटगले (उम्र 25 साल) के रूप में हुई है।
मुख्य आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस के अनुसार, इस गिरोह का मुख्य आरोपी अजय चौहान देवास का रहने वाला है और उसका आपराधिक रिकॉर्ड है। उस पर जिलाबदर की कार्रवाई भी प्रस्तावित है, जो उसके पुराने अपराधों को दर्शाती है।
चलती ट्रेन से करते थे चोरी
पुलिस ने बताया कि ये बदमाश एक्सप्रेस ट्रेनों में चढ़ते थे और यात्रियों के मोबाइल चुराकर चलती ट्रेन से ही फरार हो जाते थे। यह तरीका उन्हें पकड़ना मुश्किल बना देता था।
तीनों आरोपियों के खिलाफ चोरी का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और मामले की आगे की जांच की जा रही है। इस कार्रवाई से यात्रियों में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है और उम्मीद है कि ट्रेनों में मोबाइल चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगेगा।