शाजापुर, अग्निपथ। शाजापुर शहर में आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक से नागरिकों का जीना मुश्किल हो गया है। सोमवार को कुत्तों ने 8 लोगों को बनाया निशाना। कुत्तों के काटने से घायल 8 लोग को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इन घायलों में बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सभी शामिल हैं। कुत्तों के हमले से कई बाइक सवार भी घायल हो चुके हैं।
पीडि़तों में हरायपुरा के शाहिद मंसूरी का बेटा, जिसे ट्यूशन जाते समय कुत्तों ने काट लिया, बस स्टैंड के विकास कुशवाहा, किला रोड की शीला राजपूत, और एक बुजुर्ग किशनलाल प्रजापति शामिल हैं। एक अन्य बुजुर्ग कलाबाई के सिर और कंधे पर भी हमला हुआ। धान मंडी में एक 2 साल के बच्चे को भी कुत्तों ने बुरी तरह से काट लिया, जिससे उसका पिछला हिस्सा लहूलुहान हो गया।
कार्रवाई करने पर डॉग लवर बनते हैं अड़चन
ऐसा नहीं कि नगर पालिका द्वारा कुत्तों से नगरवासियों को राहत दिलाने के लिए कदम नहीं उठाए गए। लेकिन जब भी नपा ने कुछ करना चाहा शहर के डॉग लवर इसमें अड़चन बन गए। जो इन कुत्तों को नहीं ले जाने देना चाहते। इनकी वजह से ही आज तक नपा के प्रयासों को सफलता नहीं मिली है। अब जब कुत्तों के कारण लोग आए दिन परेशान हो रहे हैं। कुत्तों ने 8 लोगों को बनाया निशाना तो क्या ये डॉग लवर जिम्मेदारी लेंगे?
लाखों खर्च के बाद भी नहीं सुधरी स्थिति
नगरपालिका की लापरवाही के कारण शहर में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पूर्व में एक एनजीओ के माध्यम से एक हजार कुत्तों की नसबंदी पर नपा ने 17 लाख रुपए खर्च किए थे, लेकिन स्थिति आज भी जस की तस है। नसबंदी किए गए कुत्तों का कोई अता-पता नहीं है और 200 से ज्यादा बिना नसबंदी वाले कुत्ते शहर में घूम रहे हैं। लोग घरों से बाहर निकलने में डर रहे हैं। इसके अलावा, शहर में 20 से ज्यादा सांड और 500 से अधिक मवेशी भी घूम रहे हैं, जिनके हमले से पीडि़तों की संख्या भी बढ़ रही है।
इनका कहना
नगर पालिका अध्यक्ष प्रेम जैन ने बताया कि एक पागल कुत्ते ने कुछ लोगों पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही कुत्तों को पकडक़र उनकी नसबंदी कराई जाएगी।
