उज्जैन, अग्निपथ: पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के सख्त निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए, उज्जैन पुलिस के आईटी सेल ने ऑनलाइन ठगी के मामलों में बड़ी सफलता हासिल की है। आईटी सेल ने 11 पीड़ितों को उनके बैंक खातों से धोखाधड़ी कर निकाली गई लाखों रुपये की राशि वापस दिलवाई है। यह कार्रवाई साइबर अपराधियों के खिलाफ पुलिस की मुस्तैदी को दर्शाती है।
पीड़ितों को मिला न्याय, वापस लौटी मेहनत की कमाई
पुलिस के अनुसार, विभिन्न मामलों में पीड़ितों ने ऑनलाइन ठगी की शिकायतें राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर दर्ज कराई थीं, जिसके बाद आईटी सेल ने त्वरित कार्रवाई की:
- तारिक अनवर: लोन के नाम पर यूपीआई के जरिए धोखाधड़ी से निकाले गए 53,100 रुपये की पूरी राशि वापस दिलाई गई।
- मर्तुजा कांचवाला: धोखे से ट्रांसफर हुए 7,387 रुपये की पूरी राशि वापस मिली।
- गौरी शंकर: ऑनलाइन आईफोन ऑर्डर करने पर डमी फोन मिलने के मामले में 23,000 रुपये वापस करवाए गए।
- संतोष यादव: फोन चोरी होने के बाद अनाधिकृत तरीके से कटे 2,04,000 रुपये में से 49,300 रुपये वापस दिलवाए गए।
- रेखा बाई पोरवाल: सोलर डिस्ट्रीब्यूशन के नाम पर यूपीआई से ट्रांसफर हुए 35,000 रुपये की पूरी राशि वापस दिलवाई गई।
- सुनील भादौरिया: ऑनलाइन यूपीआई के माध्यम से ट्रांसफर हुए 14,000 रुपये की पूरी राशि वापस मिली।
- स्नेहलता महावर: गृहिणी से धोखे से निकाले गए 10,000 रुपये की पूरी राशि वापस करवाई गई।
- ईशान त्यागी: धोखाधड़ी से ट्रांसफर हुए 50,000 रुपये की पूरी राशि वापस मिली।
- उमा शंकर: यूपीआई से कटे 10,900 रुपये में से 5,000 रुपये वापस दिलवाए गए।
- नसीर मंसूरी: फोन चोरी होने के बाद यूपीआई के जरिए अनाधिकृत तरीके से कटे 15,000 रुपये में से 6,000 रुपये वापस करवाए गए।
- रश्मि शर्मा: ऑनलाइन कोर्स के नाम पर यूपीआई से ट्रांसफर हुए 6,000 रुपये की पूरी राशि वापस मिली।
यह कार्रवाई दर्शाती है कि उज्जैन पुलिस साइबर अपराधों के खिलाफ गंभीर है और लोगों को उनकी ठगी गई राशि वापस दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होने पर तुरंत एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं।