करणी सेना की जावरा में विशाल रैली; ‘जन क्रांति न्याय आंदोलन’ के लिए सर्व समाज से जुटने की अपील

जावरा, अग्निपथ। करणी सेना परिवार प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर ने हरदा में 21 दिसंबर को प्रस्तावित ‘जन क्रांति न्याय आंदोलन यात्रा’ की तैयारियों के तहत मंगलवार को जावरा का दौरा किया, जहां सर्व समाज के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। शेरपुर ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह आंदोलन सभी वर्गों और धर्मों की साझा लड़ाई है, जिसके तहत लव मैरिज में माता-पिता की सहमति अनिवार्य करने के लिए नया विवाह कानून बनाने और किसानों की समस्याओं को दूर करने की 21 सूत्री मांगों पर सर्व समाज एकजुट है।

शेरपुर ने सभी से 21 दिसंबर को हरदा में बड़ी संख्या में पहुंचकर अपनी आवाज बुलंद करने की अपील की और इस आंदोलन को समाज के हक, सम्मान और न्याय की लड़ाई को नई दिशा देने वाला बताया।

विस्तृत विवरण

सुबह 11 बजे गुना चौक पैलेस ग्राउंड से शुरू हुई एक विशाल वाहन रैली शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरी, जिसमें राजपूत समाज सहित विभिन्न समाजों के हजारों लोग शामिल हुए। रैली का समापन शिक्षक नगर (पुलिस पैट्रोल पंप के पीछे) स्थित विशाल जनसभा स्थल पर हुआ।

जनसभा की शुरुआत मां करणी और महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुई। जीवन सिंह शेरपुर ने न्याय यात्रा के संकल्प को दोहराया और आंदोलन के उद्देश्यों तथा 21 दिसंबर की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की।

आंदोलन की प्रमुख माँगें

शेरपुर ने कहा कि लव मैरिज में माता-पिता की सहमति अनिवार्य हो और भारतीय संस्कृति एवं पारिवारिक मूल्यों की रक्षा के लिए नया विवाह कानून बने, यह मांग किसी एक समाज या धर्म की नहीं है। किसानों की समस्याओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान मुआवजे से कोई संतुष्ट नहीं है, खाद-बीज की व्यवस्था नहीं है और मंडी में व्यापारियों व किसानों के बीच प्रशासनिक बाधाएं हैं

उन्होंने विधायकों और विपक्ष की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि सत्ता में बैठे सदन में और विपक्ष सड़क पर आवाज़ उठाए, लेकिन किसानों की आवाज़ उठाने को कोई तैयार नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि मंडी और सोसाइटी चुनाव 13 साल से नहीं हुए, क्योंकि नेता चुनाव नहीं चाहते ताकि किसान का बेटा आगे न आए।

नेताओं का समर्थन

  • मंजीत पाल सिंह सांवराद ने कहा कि यह लड़ाई किसी एक व्यक्ति या किसी एक समाज की नहीं है, बल्कि सर्व समाज की साझा लड़ाई है। उन्होंने सभी से अपील की कि अधिक से अधिक संख्या में हरदा पहुंचें।

  • शैलेंद्र सिंह झाला ने कहा कि 21 दिसंबर का हरदा जन क्रांति न्याय आंदोलन केवल करणी सेना का नहीं, बल्कि पूरे सर्व समाज का साझा आंदोलन है। उन्होंने कहा कि यह मध्यप्रदेश ही नहीं, पूरे देश में सामाजिक न्याय, हक-अधिकार तथा गरीब, सवर्ण, पिछड़े वर्ग और किसानों के सम्मान की सबसे बड़ी लड़ाई बनेगा।

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