धार, अग्निपथ। भारतीय जनता पार्टी की तर्ज पर अब कांग्रेस भी अपने विधायकों को प्रशिक्षित करने जा रही है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के 66 विधायक ऐतिहासिक पर्यटन नगरी मांडू में आयोजित होने वाले दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में शिरकत करेंगे। यह शिविर मांडू के एक निजी रिजॉर्ट में 21 और 22 जुलाई को आयोजित होगा। इसका मुख्य उद्देश्य विधायकों को एक साथ बिठाकर सरकार को घेरने की प्रभावी रणनीति तैयार करना और 2028 के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी को मजबूत करना है।
राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय नेताओं का जमावड़ा
इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण शिविर में विधायकों के साथ-साथ मध्य प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी भी शामिल होंगे। मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार, और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी इस शिविर को सफल बनाने के लिए सक्रिय रूप से मेहनत कर रहे हैं। मांडू में फिलहाल खुशनुमा मौसम है, लेकिन आने वाले दिनों में यहां राजनीतिक सरगर्मियां तेज होने वाली हैं।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने मीडिया से चर्चा में बताया कि यह “नव संकल्प शिविर” 2028 में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ विधायकों का प्रशिक्षण नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए सामूहिक चर्चा का एक बड़ा प्रयास है। सिंगार ने मोहन यादव सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस कमर कसकर मैदान में है।
राहुल गांधी वर्चुअली जुड़ेंगे, मानसून सत्र की रणनीति पर फोकस
इस शिविर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी वर्चुअली जुड़कर विधायकों को पार्टी की रीति-नीति और आगामी रणनीति से अवगत कराएंगे, साथ ही उपस्थित विधायकों का मार्गदर्शन भी करेंगे। सिंगार ने बताया कि राहुल गांधी के साथ अजय माकन और सुप्रिया श्रीनेत जैसे राष्ट्रीय स्तर के नेता भी शामिल होंगे।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, इस शिविर को “नव संकल्प” नाम दिया गया है और इसमें राहुल गांधी की टीम के ट्रेनर और प्रेक्षक भी मांडू पहुंचेंगे। शिविर में आने वाले मानसून सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की जाएगी। विधायकों को किन मुद्दों को उठाना है, इसे लेकर भी विस्तृत चर्चा होगी।
कांग्रेस अपने विधायकों को पूरी तरह तैयार करने के लिए प्रशिक्षण देगी, ताकि वे आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी का जनाधार बढ़ा सकें। साथ ही, मध्य प्रदेश में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में भी विधायकों और वरिष्ठ पदाधिकारियों की राय ली जाएगी, जिसकी तैयारी अंतिम दौर में है।
संगठन नवसृजन अभियान और प्रमुख मुद्दों पर चर्चा
शिविर में देश भर में चल रहे कांग्रेस के “संगठन नवसृजन अभियान” को लेकर भी चर्चा होगी। इस अभियान को गति देने और सफल बनाने के लिए आगामी योजना बनाई जाएगी, जिस पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी कड़े निर्देश दे चुके हैं। इसके अतिरिक्त, गरीब, मजदूर, किसान वर्ग, महिला सुरक्षा, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के विभिन्न मुद्दों को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरने की तैयारी करेगी।
सिंगार ने कहा कि आज हर वर्ग परेशान है—गरीब, दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग, महिला, युवा—सभी परेशान हैं, जबकि सरकार सिर्फ झूठे दावे कर रही है और जमीनी हकीकत कुछ और ही है। इस मौके पर पूर्व विधायक पंचीलाल मेडा और अन्य नेता भी मौजूद थे।
मांडू का राजनीतिक महत्व
यह उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश की ऐतिहासिक पर्यटन नगरी मांडू का राजनीति में हमेशा से महत्वपूर्ण स्थान रहा है। कांग्रेस ने पिछले तीन दशकों में सरकार में रहते हुए और विपक्ष में रहने के दौरान यहां बड़े आयोजन किए हैं। भाजपा सरकार ने भी बाबूलाल गौर के मुख्यमंत्री रहते यहां मंत्रिमंडल का वर्ग आयोजित किया था। विधानसभा चुनाव 2023 से पहले भारतीय जनता पार्टी ने भी मांडू में दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग लगाकर चुनाव की रणनीति तैयार की थी। कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार ने भी अपना घोषणा पत्र तैयार करने के लिए यहीं शिविर का आयोजन किया था, जो मांडू को मध्य प्रदेश की राजनीति का एक बड़ा केंद्र बनाता है।