कार-स्कूटी क्षतिग्रस्त
उज्जैन, अग्निपथ। शहर में पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण मंगलवार दोपहर करीब 3:30 बजे लालबाई-फूलबाई चौराहे के पास नगर निगम के कांजी हाउस की दीवार ढह गई। इस घटना में वहाँ खड़ी एक कार और एक स्कूटी चपेट में आ गईं, जिससे लाखों का नुकसान हुआ। गनीमत रही कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, क्योंकि अक्सर इस क्षेत्र में बच्चे खेलते रहते हैं, लेकिन बारिश के कारण वे सभी अपने घरों में थे। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है।
बारिश का प्रकोप और मौसम का पूर्वानुमान
पिछले दो दिनों की लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वेधशाला अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त के अनुसार, बंगाल से उठा एक सिस्टम अरब सागर तक फैला हुआ है, जिसके कारण आज भी उज्जैन में बारिश जारी रहेगी। यदि यह सिस्टम आगे नहीं बढ़ता है, तो एक दिन और इसकी मौजूदगी देखने को मिलेगी, हालांकि अब एक के बाद एक सिस्टम सक्रिय हो रहे हैं।
बारिश के आँकड़े और जल संकट
लगातार हो रही बारिश के कारण दिन का तापमान डेढ़ डिग्री गिरकर 27.5 डिग्री पर आ गया है, जबकि रात के तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है और यह 23.5 डिग्री पर पहुँच गया है। 28 जुलाई को कुल 40 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी, और अभी तक उज्जैन में 390 मिमी बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। इस तरह, दो दिनों में 70 मिमी बारिश हो चुकी है और अभी तक लगभग 15.6 इंच के करीब बारिश दर्ज हुई है।
जलकार्य समिति प्रभारी प्रकाश शर्मा ने चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि बारिश तो जोरदार हो रही है, लेकिन गंभीर डैम अभी भी खाली पड़ा है, जिसमें फिलहाल 170 एमसीएफटी पानी जमा है। उन्होंने कहा कि यशवंत सागर 8 फीट खाली पड़ा है, और देपालपुर तथा बेटमा से भी पानी का प्रवाह नहीं आ रहा है, इसलिए डैम में पानी नहीं बढ़ रहा है।
शर्मा ने आश्चर्य व्यक्त किया कि नर्मदा का पानी लाने के लिए दो साल पहले जब निगम आयुक्त आशीष पाठक स्मार्ट सिटी के सीईओ थे, तब 80 लाख रुपये इस मद से और महापौर मद से 1 करोड़ रुपये लगाकर इस कार्य को शुरू किया गया था, लेकिन अभी तक इस पर कार्य शुरू नहीं किया गया है। उन्होंने कलेक्टर और निगम आयुक्त को पत्र लिखकर नर्मदा का पानी लाने का निवेदन किया था।
यह घटना शहरी बुनियादी ढांचे की स्थिति और जल प्रबंधन की चुनौतियों को उजागर करती है, विशेषकर ऐसे समय में जब शहर को पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
