जनपद सीईओ का 5 दिन का वेतन रोका
शाजापुर, अग्निपथ। कलेक्टर ऋजु बाफना ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक में विभिन्न निर्माण और विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए बड़ा और सख्त कदम उठाया है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी और गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर संबंधितों पर सख्त कार्रवाई होगी। इस बैठक में काम में ढिलाई बरतने पर छह कर्मचारियों का वेतन काटने के निर्देश दिए गए।
तत्काल वेतन काटने और कार्रवाई के निर्देश
जनपद पंचायत सीईओ: ‘एक बगिया माँ के नाम’ परियोजना में धीमी प्रगति पर असंतोष जताते हुए, कम प्रगति वाले जनपद पंचायत सीईओ का 5-5 दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया।
स्वच्छ भारत मिशन जिला समन्वयक: बैठक में बिना सूचना अनुपस्थित रहने पर स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के जिला समन्वयक आनंद राघव तिवारी का 10 दिन का वेतन काटने और कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया।
अन्य कर्मचारी: भुगतान में लापरवाही के लिए जिला पंचायत कार्यालय के सहायक ग्रेड-3 रितेश मालवीय और सामाजिक अंकेक्षण जिला समन्वयक कमलेश पाटीदार का 15-15 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए।
आजीविका मिशन: लक्ष्य से कम प्रगति के कारण मोहन बड़ोदिया विकासखंड के तीन अधिकारियों का 10-10 दिन का वेतन भी काटा गया।
कलेक्टर ने निर्माणाधीन आंगनवाड़ी भवनों को 26 जनवरी 2026 तक हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया। इन भवनों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम (जल संचयन प्रणाली) और बाला गतिविधियों सहित अन्य आवश्यक कार्य भी समय पर पूर्ण करने को कहा गया। उन्होंने ‘एक बगिया माँ के नाम’ परियोजना को एक सप्ताह में पूरा करने का निर्देश संबंधित सहायक यंत्री और उपयंत्री को दिया।
इसके अतिरिक्त, अपूर्ण गौशालाओं को जल्द पूरा करने, अतिक्रमण मुक्त करने और चारागाह विकसित करने के लिए भी निर्देशित किया गया। जल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए प्रगतिरत एवं अपूर्ण कार्य एक माह में पूर्ण कर पंचायतों को हस्तांतरित करने और पंचायतों में जलकर वसूली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में नरेगा, प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन सहित अन्य योजनाओं की भी विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में जिला पंचायत सी.ई.ओ. अनुपमा चौहान सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
