कार्तिक मेले में हो रही जमकर वसूली, एक अवैध झूले पर लगाया ताला-वैल्डिंग कर बंद किया

उज्जैन, अग्निपथ। कार्तिक मेले में जमकर वसूली का खेल चल रहा है। यहां पर बागड़ ही खेत को खा रही है। नगरनिगम के जनप्रतिनिधि और कर्मचारी ही वसूली में लगे हुए हैं। छोटे छोटे दुकानदारों से पर्ची काटने के नाम पर डबल पैसों की वसूली की जा रही है। वहीं आनलाइन टेंडर लेने वाला मौत का कुंआ और नाव संचालक परमीशन नहीं मिलने के कारण परेशान है। अवैध झूलों को यहां पर लगाकर जमकर चांदी काटी जा रही है। 15 अवैध दुकान लगाने का आरोप भी नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने लगाया है।

कार्तिक मेले से नगरनिगम के राजस्व विभाग ने जरूर 2 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व हांसिल कर लिया हो, लेकिन वहां पर जनप्रतिनिधि और निगम के कर्मचारी जमकर माल कूटने में लगे हुए हैं। यहां पर एक अवैध झूला लगा दिया गया था, जिसको निगम ने ताला लगाकर बंद कर दिया था, लेकिन इसके बाद इसका ताला तोड़ दिया गया था।

लिहाजा निगम के जिम्मेदारों ने इसको वैल्डिंग कर लॉक कर दिया है। वहीं जानकारी तो यह भी लगी है कि कई झूलों को बाले बाले लगवा दिया गया और इसका संचालन कर मोटी रकम अंदर की जा रही है। झूले वालों से वसूली के लिये एक पुराने झूला संचालक को लगा कर रखा हुआ है। वहीं सभी अवैध झूलेवालों से वसूली कर रहा है।

राजस्व विभाग ने वसूली के लिये छोड़ी जमीन

जानकारी में आया है कि राजस्व विभाग के जिम्मेदारों ने कार्तिक मेला ग्राउंड पर झूले लगाने के लिये जमीन आवंटित की थी, लेकिन इसके आसपास की जमीन अपन कमाई के लिये खाली छोड़ दी गई थी। ऐसे में गेम करने वाले ेसक्रिय हो गये। जानकारी में आया है कि बिना टेंडर लिये 5-6 अवैध झूले यहां पर लगा दिये गये हैं। जिनसे वसूली की जा रही है।

आइस्क्रीम वालों से 200 की जगह 500 रुपये

जानकारी में तो यह भी आ रहा है कि यहां पर निगम के कर्मचारी अस्थाई ठेला गाड़ी लगाने वालों से जमकर वसूली कर रहे हैं। आईस्क्रीम का ठेला लगाने वालों से 200 की जगह 500 रुपये वसूले जा रहे हैं। साथ ही सडक़ के किनारे दुकान लगाने वालों से 100 की जगह 200 रुपये वसूल कर रहे हैं। इससे नगरनिगम के राजस्व को नुकसान हो रहा है।

मौत का कुंआ 9 दिन से बंद

नगरनिगम के अधिकारियों ने खतरे को देखते हुए मौत के कुंए का संचालन 19 नवम्बर की रात को बंद कर दिया था। इसके ही पास नाव का संचालन भी बंद कर दिया था। नगरनिगम के अधिकारियों का तर्क था कि इसका संचालन करने के लिये एडीएम से अनुमति ली जाय। जानकारी के अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि उनसे झूले लगाने की अनुमति नहीं ली तो फिर मौत का कुंआ संचालित करने के लिये अनुमति क्यों मांग रहे हैं? इसी के बीच मौत का कुंआ और नाव का संचालन विगत 9 दिन से बंद पड़ा हुआ है। रोज अधिकारियों द्वारा आज कल- आज कल किया जा रहा है। ज्ञात रहे कि अब कार्तिक मेला के समापन में केवल 6 दिन बाकी रह गये हैं।

करीब 15 दुकानें, 5-6 झूले अवैध- रवि राय

नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने बताया कि नगरनिगम के राजस्व विभाग के द्वारा 21 झूलों का आवंटन ईटेंडरिंग के माध्यम से किया गया था। इनके अलावा भी 5 से 6 झूले लगे हुए हैं। नगरनिगम को 21 की जगह 27 झूलों का टेंडर निकालना चाहिये था। नगरनिगम के राजस्व के साथ बड़ा खिलवाड़ किया गया है।

इस मामले में निगम के दोषी अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाना चाहिये। इनके द्वारा 15 अवैध दुकानें भी लगवा दी गई हैं। माल विभाग में अभी तक कई झूला संचालकों ने पैसा जमा नहीं करवाया है। 25 से 50 लाख रुपये नेताओं की जेब में जा रहे हैं। महापौर, निगम अध्यक्ष और निगम आयुक्त से इसकी जांच की मांग करता हूं।

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