बड़ौद, अग्निपथ। बड़ौद क्षेत्र में सोयाबीन की फसल को भारी नुकसान होने के बाद किसानों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए मुआवजे की मांग की है। किसान संघ के नेतृत्व में किसानों ने तहसील कार्यालय तक एक रैली निकाली और तहसीलदार को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। किसानों का आरोप है कि पीला मोजेक वायरस, इल्ली और लगातार हो रही बारिश के कारण 75% फसल बर्बाद हो चुकी है।
कृषि विस्तार अधिकारी की सर्वे रिपोर्ट में भी 70% नुकसान की पुष्टि हुई है। भारतीय किसान संघ की इकाई ने अपनी मांगों को लेकर दोपहर 3 बजे बस स्टैंड से रैली शुरू की। किसान तहसील अध्यक्ष विक्रम सिंह आंजना ने कहा कि कई किसानों ने कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया, लेकिन फिर भी कीटों पर नियंत्रण नहीं हो सका। उन्होंने मांग की कि बर्बाद हुई फसलों का तुरंत सर्वे कराया जाए और इसकी रिपोर्ट संघ को दी जाए। इसके साथ ही उन्होंने किसानों को समय पर उचित मुआवजा देने की भी मांग की।
किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान जल्द नहीं हुआ तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। इस विरोध प्रदर्शन में भारतीय किसान संघ के कई पदाधिकारी और बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। ज्ञापन सौंपने के दौरान कृषि अधिकारी, बिजली विभाग, बीमा कंपनी और सहकारिता बैंक के अधिकारी भी मौजूद रहे। इस मौके पर प्रांतीय उपाध्यक्ष डूंगर सिंह सिसोदिया, जिला अध्यक्ष रामायण तेजरा और अन्य कई प्रमुख सदस्य और सैकड़ों किसान उपस्थित थे।
