पांच सूत्रीय मांगों को अफसरों को दिया कांग्रेस नेताओं ने ज्ञापन
उज्जैन, अग्निपथ। केडी गेट से इमली तिराहा तक किए जा रहे चौड़ीकरण के चलते 465 परिवारों को मकान तोडऩे के नोटिस दिए गए हैं। जिनके मकान टूटेंगे उन्हें मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर कांग्रेस ने केडी गेट चौराहे पर धरना दिया।
सोमवार को केडी गेट चौराहे पर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया के नेतृत्व में कांग्रेस ने पीडि़त परिवारों के साथ भाजपा सरकार एवं प्रशासन के खिलाफ धरना दिया। धरने को भदौरिया ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा पीडि़त परिवारों की अनदेखी की जा रही है, बिना मुआवजा दिए मकान तोड़े जा रहे हैं। प्रशासन तानाशाही पर उतारू हंै इनमें से कई लोगों के पास रिपेयरिंग कराने तक के रुपए नहीं हैं। इन पीडि़त परिवार की आवाज कोई सुनने वाला नहीं है। ना ही भाजपा के जन प्रतिनिधियों द्वारा उनकी सुध ली जा रही है। भदौरिया ने कहा कांग्रेस चौड़ीकरण के विरोध में नहीं है। कांग्रेस हमेशा शहर के विकास के साथ है, लेकिन जिन पीडि़त परिवारों का मकान चौड़ीकरण में टूट रहा है उन्हें मुआवजा दिया जाए अन्यथा कांग्रेस लगातार आंदोलन करेगी। मांगों को लेकर प्रशासन को 5 सूत्रीय ज्ञापन ज्ञापन भी सौंपा गया।
दौरान पूर्व विधायक डॉ बटुक शंकर जोशी, पूर्व शहर अध्यक्ष अनंतनारायण मीणा, महेश सोनी नेता प्रतिपक्ष रवि राय, चेतन यादव, विवेक यादव, जाकिर भाई खाल वाले, अशोक भाटी, पार्षद सपना सांखला, माया त्रिवेदी, ब्लॉक अध्यक्ष अभिषेक लाला, मुजीब भाई सुपारी वाले, इमरान खान, जाहिद पहलवान, गजेंद्र मारोठिया, पन्ना परमार, महिला कांग्रेस अध्यक्ष गीता यादव, प्रवक्ता लालचंद भारती सहित वरिष्ठ नेताओं द्वारा लोगों को संबोधित करते हुए विरोध जताया।
यह है मांग
- .केडी गेट से इमली तिराहे तक हो रहे चौड़ीकरण से प्रभावित समस्त रहे राशि को उचित मुआवजा राशि प्रदान की जाए।
- जिनके चौड़ीकरण में संपूर्ण भवन जा रहे हैं उनके रहने की व्यवस्था की जाए ।
- जिनके भवन के आगे के हिस्से तोड़े जा रहे हैं उन्हें जी प्लस टू मकान बनाने की अनुमति प्रदान की जाए।
- वर्तमान में उज्जैन शहर में पेयजल समस्या व्याप्त है अगर चौड़ीकरण का कार्य किया जाता है तो एक तरफ शहर के नागरिकों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है ऐसे में हितग्राही को भवन निर्माण के लिए काफी समस्याओं का सामना करना होगा जिसका निराकरण किया जाए ।
- आगामी वर्षा काल को दृष्टिगत करते हुए चौड़ीकरण करने का कार्य बारिश समाप्त होने तक निरस्त किया।
