खरगोन, अग्निपथ। खरगोन के बिस्टान रोड स्थित गोपाल होटल में शनिवार दोपहर एक पुलिस अधिकारी का शव पंखे से लटका हुआ मिला। मृतक की पहचान अशोकनगर कोतवाली क्षेत्र में पदस्थ उपनिरीक्षक (सब-इंस्पेक्टर) अक्षय कुशवाहा के रूप में हुई है। आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है, फिलहाल कमरा सील कर दिया गया है और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुँचकर साक्ष्य जुटाए हैं।
यह घटना दोपहर करीब 1 बजे सामने आई, जब होटल व्यवस्थापक ने खरगोन कोतवाली पुलिस को सूचना दी। व्यवस्थापक ने बताया कि रूम नंबर 201 में ठहरे हुए व्यक्ति दरवाजा नहीं खोल रहे हैं और कमरे के अंदर कोई हलचल नहीं हो रही है।
सूचना मिलते ही पुलिस दल गोपाल होटल पहुँचा। पुलिस ने स्टाफ के साथ मिलकर दोपहर करीब 3 बजे कमरे का दरवाजा तोड़ा, तो अंदर पंखे से लटका हुआ शव मिला। जानकारी निकालने पर मृतक की पहचान उपनिरीक्षक अक्षय कुशवाहा के रूप में हुई, जो गुना जिले के शिवाजी नगर कोल्हापुरा क्षेत्र के निवासी थे और उनके पिता का नाम आधार सिंह कुशवाहा है। पुलिस ने तत्काल मृतक के परिजनों को सूचना दे दी है।
आत्महत्या के पीछे प्रेम प्रसंग की आशंका?
सूत्रों और उपलब्ध जानकारी के अनुसार, मृतक अक्षय कुशवाहा के खरगोन आने के पीछे प्रेम प्रसंग का मामला प्रतीत हो रहा है। घटना के बारे में जानकारी जुटाने पर पता चला है कि मृतक बिस्टान थाना क्षेत्र की किसी युवती से मिलने के लिए खरगोन आए थे।
पूर्व की घटनाएँ:
- शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करीब 12:00 बजे खरगोन कोतवाली पुलिस ने उन्हें नदी किनारे संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए उठाकर थाने ले गई थी, जहाँ जानकारी मिलने पर उन्हें छोड़ दिया गया था।
- कुछ लोगों का कहना है कि इसके बाद बिस्टान नाका क्षेत्र में उनके साथ मारपीट भी हुई थी।
होटल स्टाफ के अनुसार, अक्षय कुशवाहा ने रात 1:30 बजे कमरा लिया था। सुबह 10:00 बजे उन्होंने टूथपेस्ट और ब्रश बुलवाया और 11:00 बजे स्नान कर कमरा खाली करने की बात कही थी। चेक आउट के निर्धारित समय तक कोई हलचल न होने पर स्टाफ ने पुलिस को सूचना दी। आत्महत्या के पीछे का वास्तविक कारण परिजनों के खरगोन पहुँचने और विस्तृत पुलिस जाँच के बाद ही सामने आ सकेगा।
