नर्मदा का जल प्रतिदिन 5 एमसीएफटी बढ़ रहा
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन के रहवासियों को अब नर्मदा का जल और बारिश का पानी लगातार गंभीर डेम में संग्रहित होने से पेयजल संकट से राहत मिलने के पूरे आसार बन गय हैं। गंभीर डेम में प्रतिदिन 5 एफसीएफटी पानी बढ़ रहा है। वहीं चैनल कटिंग का बचा पानी और बारिश का पानी मिलाकर उज्जैन शहर के रहवासियों को राहत देने का कारण बन गये हैं।
इस बार उज्जैन शहर में सही तरह से बारिश नहीं होने के कारण उज्जैन में पेयजल संकट की आहट सुनाई देने लगी थी। जनप्रतिनिधि गण में निगम सभापति कलावती यादव, महापौर मुकेश टटवाल, जलकार्य समिति प्रभारी प्रकाश शर्मा के उपर शहर को पेयजल संकट से मुक्ति दिलाने का भार आ गया था।
भगवान बिल्केश्वर को मनाने के लिये भी कई बार जाकर उनका जलाभिषेक कर प्रार्थना की गई थी। लेकिन इंद्रदेव रूठे ही रहे, लिहाजा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशन में कलेक्टर रोशनसिंह द्वारा नर्मदा का पानी उज्जैन लाने के प्रयास शुरु हो गये। उज्जैन को नलजल योजना से जिसकी पाईप लाइन पहले ही गंभीर डेम से जुड़ी हुई थी।
16 अगस्त से नर्मदा का पानी आना शुरु हो गया। जलकार्य समिति प्रभारी प्रकाश शर्मा ने बताया कि प्रतिदिन नर्मदा में 5 एफसीएफटी पानी आ रहा है। ऐसे में पांच दिनों में 25 एफसीएफटी, चैनल कटिंग और बारिश से एकत्रित हुआ पानी गंभीर डेम में पहुंचा और इसका 200 एमसीएफटी डेम में संग्रहित हो गया।
