महाकाल के गर्भगृह में शुल्क लगा दें लेकिन प्रवेश सब को दें

गर्भगृह

आम श्रद्धालुओं की ओर से इंदौर के याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट में ये मांग भी की

उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं को 50 फीट दूर से दर्शन कराए जा रहे है जबकि नेता और वीआईपी श्रद्धालुओं को अंदर तक प्रवेश दे दिया जाता है। इससे आम श्रद्धालुओं में रोष है कि आखिर मंदिर एक, भगवान एक तो दर्शन की व्यवस्था दो तरह की क्यों और आम व वीआईपी के नाम पर ऐसा पक्षपात क्यों किया जा रहा है।

मंदिर में चल रही इन्हीं अव्यवस्थाओं को लेकर हाल ही में इंदौर के सामाजिक कार्यकर्ता दर्पण अवस्थी ने इंदौर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है। जिसमें उन्होंने वकील चर्चित शास्त्री के जरिए कहा है कि भगवान महाकाल के दरबार में सब एक  समान है। मंदिर प्रबंध समिति यदि गर्भगृह में प्रवेश बंद रखती है तो फिर किसी को भी अंदर जाने की अनुमति न हो।

नेता व वीआईपी श्रद्धालु अंदर जाकर दर्शन-पूजन कर रहे हैं तो आम श्रद्धालुओं को क्यों दूर रखा जा रहा है उन्हें भी अंदर जाने दिया जाएं। इसके लिए भले ही नीति बनाकर शुल्क भी निर्धारित किया जा सकता है।

आम लोगों के लिए जुलाई 2023 से बंद है महाकाल का गर्भगृह

आपको बता दे कि महाकाल मंदिर का गर्भगृह में आम लोगों के लिए 4 जुलाई 2023 से बंद है। मंदिर समिति ने उस समय अधिक भीड़ उमडऩा का हवाला देते हुए इसे 11 सितंबर 2023 तक बंद रखने के आदेश जारी किए थे। लेकिन सितंबर के बाद भी जब भीड़ कम नहीं हुई तो समिति ने गर्भगृह में आम प्रवेश खोला ही नहीं। तब से लेकिर आज तक गर्भगृह में बंद है। लेकिन इस दौरान समय-समय पर नेता व वीआईपी लोग अंदर जाकर दर्शन करते रहे हैं। इसे लेकर आम श्रद्धालुओं में नाराजगी है।

विधायक से लेकर पुलिस के अफसर तक तोड़ चुके हैं प्रवेश का नियम

महाकाल मंदिर में जब से गर्भगृह में प्रवेश बंद है। आम लोग तो बेचारे नियम पालन करते हुए बाहर करीब 50 फीट दूर यानी नंदीहॉल के पीछे बने गणेश मंडप से दर्शन करते आ रहे हैं। लेकिन नेता व वीआईपी लोग अंदर जाकर नियम तोडक़र दर्शन करते रहे हैं।

  • इंदौर के विधायक गोलू शुक्ला हाल ही में श्रावण के दौरान 21 जुलाई को जब वे कावड़ यात्रा लेकर उज्जैन आए तब वे भस्मारती के दौरान पुत्र रुद्राक्ष के साथ अंदर गए थे।
  • इसके पहले साल 2023 के मार्च में भी रंगपंचमी के दौरान उन्होंने अंदर जाकर दर्शन कर लिए थे।
  • इंदौर के नेता कैलाश विजयवर्गीय, रमेश मेंदोला ने अप्रैल 2023 में अंदर से दर्शन किए।
  • 1 दिसंबर 2023 को उज्जैन के एएसपी जयंत राठौर, गुरुप्रसाद पाराशर ने भी अंदर प्रवेश कर दर्शन किए थे।
  • साल 2024 में भाजपा के संगठन प्रभारी महेंद्र सिंह व उज्जैन के विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा भी विशेष अवसरों पर गर्भगृह में जाकर दर्शन कर चुके हैं।
  • हाल ही में वृंदावन से आए पुंडरीक महाराज ने भी अंदर से ही दर्शन लाभ लिया था जबकि वे न तो महामंडलेश्वर है न शंकराचार्य।
  • 2025 में ही एक उद्योगपति कल्याणी समूह के बाबा साहेब नीलकंठ कल्याणी ने पत्नी के साथ काफी देर तक गर्भगृह में रहकर दर्शन-पूजन किया।

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