नागदा, अग्निपथ। नई दिल्ली में आयोजित एक सम्मान समारोह में, ग्रेसिम उद्योग को उसके उत्कृष्ट शैक्षिक सीएसआर पहल के लिए प्रतिष्ठित भारतीय सीएसआर पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार ग्रेसिम द्वारा नागदा-खाचरौद ब्लॉक में पूर्व-प्राथमिक और स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए चलाए जा रहे ‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा परियोजना’ के सफल कार्यान्वयन के लिए दिया गया है। सम्मान समारोह का आयोजन हयात सेंट्रिक, जनकपुरी, नई दिल्ली में किया गया था।
परियोजना की मुख्य बातें
- नेतृत्व: यह परियोजना ग्रेसिम के इकाई प्रमुख शांतनु कुलकर्णी के नेतृत्व और वरिष्ठ उपाध्यक्ष (मानव संसाधन) सुधीर कुमार सिंह के मार्गदर्शन में चलाई जा रही है। इसमें एड-एट-एक्शन, भोपाल का भी सहयोग मिल रहा है।
- दायरा: इस पहल के तहत 12 ग्राम पंचायतों के 20 गाँवों में स्थित 25 आँगनबाड़ी केंद्रों में पूर्व-प्राथमिक शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया है। साथ ही, 20 प्राथमिक, 13 माध्यमिक और 4 उच्चतर माध्यमिक सरकारी विद्यालयों के छात्रों के शैक्षिक और सांस्कृतिक विकास पर भी काम किया जा रहा है।
- उद्देश्य: परियोजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के चार मुख्य स्तंभों- पालक, बालक, शिक्षक और समुदाय के बीच बेहतर तालमेल स्थापित कर सरकारी शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना है।
- सम्मान: ब्रांड होन्चोस के संस्थापक और निदेशक गौरव भल्ला ने ग्रेसिम व्यापार के सीएसआर हेड और सहायक उपाध्यक्ष सतीश भुवीर को यह पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किया।
- शुभकामनाएँ: पुरस्कार मिलने पर ग्रेसिम परिवार ने शिक्षा विभाग, एड-एट-एक्शन, शिक्षकों, शिक्षा दूतों, माता समिति, बाल सांसद और ग्रामीण प्रतिनिधियों को बधाई दी।
