बारिश के कारण 20 दिन देरी से होगी बोवनी, करंट लगने से भैंस की मौत
नागदा, अग्निपथ। चंबल नदी के कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश होने से मंगलवार की सुबह नदी में उफान आ गया, जिसके कारण गांव भगतपुरी के किसानों के मोटर पम्प पानी में बह गए। किसान सुबह से नदी में डुबकी लगाकर मोटर पम्प खोजने में जुटे रहे। इधर गांव अमलावदिया में पानी के थोप के कारण लगभग 30 वर्ष पुराना डेम टूट गया और संग्रहित पानी बह गया। गांव पाड़सुत्या में लगभग दो लाख रुपए के निजी खर्च से बना कच्चा डेम बुधवार की अत्यधिक पानी होने से टूट गया।
विरमसिंह गुर्जर के अनुसार बागेड़ी नदी में बने इस कच्चे डेम से लगभग दस वर्षो से किसान सिंचाई कर रहे थे, जिसका पानी लगभग तीन किमी के क्षेत्र में फैल था और फरवरी माह तक सिंचाई के लिए इसका पानी उपयोग किया जाता था। डेम के टूट जाने से किसानों के खेतों में पानी भरा गया, जिससे फसल नुकसानी भी सामना करना पड़ा।
गांव गिंदवानिया, डाबरी, भीकमपुर, परमारखेड़ी सहित चंबल नदी किनारे बसें गांव के खेतों में पानी भरा गया, जिससे किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं गांव अटलावदा में करंट लगने से प्रहलाद चौधरी की भैंस की मृत्यु हो गई। किसान लक्ष्मणासिंह गुर्जर के अनुसार इस बार बोवनी लगभग 20 दिन लेट होगी।
4 अक्टूबर से चला बारिश का सिलसिला कुछ दिन थमने के बाद बीते रविवार से फिर शुरू हुआ, जो मंगलवार तडक़े तक चलता रहा। सोमवार शाम 6 बजे से तेज बारिश हुई, जो रात 10 बजे तक जारी रही। वहीं मंगलवार दिनभर धूप नहीं खिलने से हल्का कोहरा छाया रहा। सर्द हवाओं की वजह से कंपकंपी छुटती रही। अक्टूबर के तीसरे दौर की यह बारिश सर्वाधिक रही। इस अवधि में सोमवार सुबह 8 से मंगलवार सुबह 8 बजे तक 100.9 एमएम (3.95 इंच) बारिश दर्ज की गई।
इसी के साथ इस माह कुल बारिश 109.4 एमएम (4.30 इंच) बारिश दर्ज की गई। 5 साल में तीसरी बार अक्टूबर ऐसा बीता है। इससे पहले वर्ष 2021 व 2022 में इससे भी ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी। जिन किसानों ने बुआई कर दी है, उन्हें नुकसान है। खासकर लहसुन, प्याज, मटर की फसल को नुकसान होगा। ऐसे में वे दोबारा बोवनी भी कर सकते हैं।
बारिश की वजह से मौसम सर्द हो गया है। मंगलवार दिनभर सर्द हवाएं चलती रही। सुबह तापमान 28 डिग्री दर्ज किया गया था। जो घटकर रात 9 बजे 21 डिग्री दर्ज किया गया। स्थानीय मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार चौबीस घंटे में 3.95 इंच बारिश दर्ज की गई है, जबकि अभी सीजन में 44.1 इंच बारिश हो चूकी है पिछले वर्ष यह आंकड़ा 43.5 इंच था। औसतन अभी तक 36 इंच बताई जा रही है।
