चरक भवन की टायलेट में महिला ने छिपाया बच्च

रोने की आवाज से चला पता, जांच में जुटी पुलिस

उज्जैन, अग्निपथ। सात मंजिला चरक भवन के पोषण पुर्नवास केन्द्र में मंगलवार-बुधवार रात महिला ने उपचार के लिये भर्ती बच्चे को टायलेट में छिपाकर बंद कर दिया। बच्चे के रोने पर घटना का पता चला। पुलिस ने मामला जांच में लिया है।
ग्राम अजनोटी में रहने वाले जितेन्द्र चौहान और पूजा 10 दिन पहले अपने मासूम बेटे अनमोल को उल्टी दस्त का शिकार होने पर उपचार के लिये चरक भवन लेकर पहुंचे। 7 माह के मासूम को पोषण पुर्नवास केन्द्र में भर्ती किया गया। मंगलवार-बुधवार रात पूजा अपने बेटे अनमोल के साथ सो रही थी। वार्ड में उन्हेल के धनड़ा बड़ला की रहने वाली संगीता पति राकेश की बेटी कृतिका का उपचार भी चल रहा था। रात 1 बजे अचानक संगीता ने पूजा के मासूम बेटे को उठा लिया और टायलेट में ले जाकर बंद कर दिया। करीब 1 घंटे तक मासूम रोता रहा। जब वहां भर्ती अन्य बच्चों की मां टायलेट के लिये पहुंची तो उन्होने रोने की आवाज सुनी। दरवाजा बाहर से बंद था, जिसे खोलने पर मासूम दिखाई दिया। पुर्नवास केन्द्र के स्टॉफ ने बच्चा देखा तो पूजा का होना बताया और उसके सुपुर्द किया। टायलेट में बंद मिले अपने बच्चे को देख उसने चोरी करने का प्रयास होने का आरोप लगाया। उसका कहना था कि 7 माह का बच्चा अकेले टायलेट तक नहीं जा सकता है। चरक भवन में घटना जानकारी लगते ही हंगामा मच गया। डॉ. आयुषी चौहान ने मामले की सूचना कोतवाली थाना पुलिस को दी।

महिला जागी तो संगीता ने बताया

चरक भवन में मंजू पति बलराम का बच्चा भी उपचार के लिये भर्ती है। जब रात में वह टायलेट जाने के लिये उठी तो उसने बच्चे के रोने की आवाज सुनी। उस वक्त संगीता जाग रही थी। मंजू ने पूछताछ किस का बच्चा रो रहा है तो संगीता बोली की टायलेट में बंद बच्चा रो रहा है। जिसे मंजू ने दरवाजा खोलकर उठा। पुलिस के पहुंचने पर संगीता की जानकारी मिली तो पूछताछ की गई। उसने बच्चा छिपाना कबूल कर लिया।

मासूम के पिता ने लिये थे पैसे

मासूम के पिता जितेन्द्र ने बताया कि सोमवार रात को उसने संगीता की सास से 10 रुपये उधार लिये थे। जिसे सुबह लौटा दिया था। वहीं संगीता का कहना था कि बच्चे के पिता ने उसे बुरी नजर से देखा था इस कारण बच्चे को बंद किया था।

पहले भी हो चुकी है घटना, नवजात अभी तक नहीं मिला

विदित हो कि 30 जनवरी को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से 3 दिन का नवजात चोरी हो गया था। जिसे दुष्कर्म पीडि़ता ने जन्म दिया था। अब तक उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है। चिमनगंज पुलिस ने लगतार बच्चे की तलाश में लगी है। बुधवार को चरक भवन से बच्चा चोरी का प्रयास होने की खबर पर चिमनगंज पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी।

इनका कहना

चरक भवन में बच्चे को टायलेट में बंद करने का मामला सामने आया है। बच्चे के परिजनों की शिकायत पर जांच की जा रही है। बच्चा सुरक्षित है।

-अमित सोलंकी, टीआई कोतवाली

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