चरक सीवरेज का गंदा पानी निर्माण एजेंसी से रुकवाने की जगह 58 लाख का प्रस्ताव बनाकर भेजा

charak hospital चरक अस्पताल

शुक्रवार को पीडब्ल्यूडी कार्यपालन यंत्री ने किया परिसर का निरीक्षण

उज्जैन, अग्निपथ। चरक अस्पताल परिसर में सीवरेज का गंदा पानी अक्सर फैला रहता है, जिसके चलते यहां से बने प्रवेश द्वार के अंदर प्रवेश करने में मरीज और उनके परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं यहां पर वाहन पार्क करने में भी परेशानी आती है। स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों ने नई पाइप लाइन बिछवाने के लिये निर्माण एजेंसी से कार्य लेने की जगह 58 लाख रुपये का नया प्रस्ताव बनाकर भेज दिया।

चरक अस्पताल में जब से जिला अस्पताल के मरीजों को भर्ती किये जाने लगा है, तभी से इसके परिसर में सीवरेज का गंदा पानी ओव्हर फ्लो होकर वहां पर भर रहा है, जिसके चलते वाहन पार्क करने के साथ ही यहां के प्रवेश द्वार से मरीजों को प्रवेश करने में परेशानी आ रही है। इसी के निपटारे के लिये कलेक्टर उज्जैन को भी अवगत कराया गया था।

लिहाजा शुक्रवार को परिसर का पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री गौतम अहिरवार ने निरीक्षण किया। पश्चात सीएमएचओ कार्यालय में सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल, सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर के साथ उन्होंने बैठक की। जिसमें कार्यपालन यंत्री डॉ. अहिरवार ने स्पष्ट रूप से कह दिया कि यह काम उनका नहीं है। सीवरेज का काम नगरनिगम का पीएचई विभाग देखेगा।

नई पाइप लाइन… 58 लाख का प्रस्ताव भेजा

100 करोड़ रूपये से चरक अस्पताल का निर्माण सन-2016 में हाऊसिंग बोर्ड ने किया था। उस समय यह 250 मरीजों के लिये बनाया गया था। लेकिन मेडिसिटी बनने के कारण जिला अस्पताल को डिस्मेंटल कर दिया गया। लिहाजा यहां पर मातृ एवं शिशु चिकित्सालय के साथ ही अन्य मेडिकल ट्रीटमेंट करवाने के लिये आने वाले मरीजों को भी भर्ती किये जाने और उनका इलाज करवाने के व्यवस्था शुरु की गई। ऐसे में सीवरेज की समस्या और गहरा गई और गंदा पानी निकल कर परिसर में फैलने लगा। जानकारी में आया कि सीएमएचओ ने 58 लाख रुपये में नई पाइप लाइन बिछवाने का प्रस्ताव भेजने की बात कही है।

निर्माण एजेंसी से नहीं करवा रहे काम

जिला अस्पताल के चरक में आने से पूर्व सीवरेज का गंदा पानी पहले भी परिसर में फैलता था, लेकिन इसकी मात्रा कम होती थी। लेकिन जिला अस्पताल के मरीज यहां पर भर्ती किये जाने के कारण अब सीवरेज की समस्या गंभीर रूप धारण कर चुकी है। ऐसे में पूर्व में ही इस समस्या का समाधान निर्माण एजेंसी से करवा लेना चाहिये था। अब भी इस एजेंसी को नोटिस भेजकर नई पाइप लाइन बिछवाने का कार्य करवाया जा सकता है।

इनका कहना

मामले में सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल और सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर का कहना है कि नई पाइप लाइन बिछवाने के लिये 58 लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है।

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