खरगोन, अग्निपथ। नगरपालिका (नपा) खरगोन की अतिक्रमण विरोधी मुहिम पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। जहां एक ओर नपा छोटे दुकानदारों पर सख्ती दिखाते हुए दुकान के बाहर रखे सामान को जब्त कर उन पर अर्थदंड लगा रही है, वहीं दूसरी ओर, सनावद रोड स्थित जिला अस्पताल के पास एक नवनिर्मित परिसर के निर्माता द्वारा करोड़ों रुपये की शासकीय भूमि पर स्थाई अतिक्रमण कर लिया गया है, लेकिन नपा इस पर आँखें मूँदे बैठी हुई है।
सीएमओ का दौरा, फिर भी नहीं दिखी अनियमितता!
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, परिसर निर्माता ने अपनी निजी भूमि की सीमा से बाहर निकलकर शासकीय भूमि पर कब्जा कर लिया है। बताया जाता है कि कुछ दिन पहले ही नपा सीएमओ ने स्वयं मौके पर आकर निरीक्षण भी किया था, लेकिन ताज्जुब की बात है कि उन्हें यह खुला अतिक्रमण नज़र नहीं आया।
परिसर की रजिस्ट्री के मुताबिक उसका मुख्य द्वार पूर्व मुखी होना चाहिए, जबकि निर्माता द्वारा दक्षिण दिशा की ओर करीब 150 फीट लंबे नाले पर अतिक्रमण कर इसे मुख्य मार्ग बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
छोटे दुकानदारों को हटाकर किया कब्ज़ा
जिस भूमि पर यह स्थाई कब्ज़ा किया गया है, वहाँ कई छोटे दुकानदार दिनभर अपना सामान बेचकर जीवनयापन करते थे और नियमित रूप से नगरपालिका को शुल्क भी जमा करते थे। आरोप है कि अतिक्रमणकर्ता ने उन्हें जोर-जबरदस्ती से हटा दिया और उस जमीन पर कब्ज़ा कर लिया।
यह सब नियम विरुद्ध होने के बावजूद स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी इस गंभीर मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। उनकी यह चुप्पी आम आदमी को उनकी मनसा को आसानी से समझने पर मजबूर करती है। अब देखना यह है कि मामला मीडिया में आने के बाद जिला कलेक्टर इस बड़े भू-अतिक्रमण पर क्या संज्ञान लेती हैं।
