उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन की तहसील बड़नगर में रिश्तों की एक ऐसी उलझन सामने आई है, जिसने पूरे शहर को हैरत में डाल दिया है। जिस बेटे-बेटी की शादी के लिए दो परिवार समधी-समधिन बनने वाले थे, उनके माता-पिता (45 वर्षीय महिला और 50 वर्षीय पुरुष) ने बच्चों की सगाई से ठीक पहले एक-दूसरे को अपना जीवनसाथी चुन लिया और घर से भाग गए।
पुलिस द्वारा दस्तयाब किए जाने के बाद महिला ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि वह अपने परिवार के साथ नहीं, बल्कि अपने होने वाले समधी के साथ ही आगे का जीवन बिताना चाहती है।
नए हमसफ़र की तलाश में भूला बच्चों का भविष्य
थाना प्रभारी अशोक पाटीदार ने बताया कि बच्चों की शादी तय होने के कारण दो साल से दोनों परिवारों के बीच जान-पहचान थी। दोनों परिवारों ने बच्चों की सगाई की तारीख़ तय कर ली थी, लेकिन सगाई से ठीक पहले 45 वर्षीय महिला अचानक घर से लापता हो गई।
लापता महिला की तलाश में जुटी पुलिस को वह अपने 50 वर्षीय समधी के साथ मिली। जब उन्हें थाने लाकर पूछताछ की गई, तो दोनों ने समाज और पारिवारिक रिश्तों की परवाह न करते हुए एक-दूसरे के साथ रहने की इच्छा ज़ाहिर की। दोनों बालिगों के इस निर्णय ने उनके बच्चों के भविष्य और शादी के सारे सपनों को तोड़ दिया। 50 वर्षीय पुरुष भी महिला के साथ बचे हुए जीवन में हमसफ़र बनने के लिए अड़ गया।
पुलिस बोली: बालिग होने के नाते कोई कार्रवाई नहीं
यह मामला सामने आने के बाद परिजन, रिश्तेदार और गाँव के लोग इस रिश्ते से बेहद नाराज़ हैं। हालाँकि, थाना प्रभारी का कहना है कि दोनों बालिग हैं और एक-दूसरे के साथ रहने के लिए स्वतंत्र हैं, इसलिए पुलिस कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर सकती है।
पुलिस ने दोनों के बयान लेने के बाद उन्हें सुरक्षा भी प्रदान की। पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि यदि महिला का पति चाहे, तो वह अपनी पत्नी से तलाक ले सकता है।
