रिपोर्टिंंग के नाम पर 50 हजार रुपए मांगने के आरोप
उज्जैन, अग्निपथ। ठगी के आरोपों में घिरी एमीनेंट एडवायजरी कंपनी की शिकायत पर नानाखेड़ा पुलिस ने एक साप्ताहिक अखबार के संपादक और पत्रकार के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का प्रकरण दर्ज किया है। शिकायत है कि पत्रकारों ने कंपनी के संचालक से 50 हजार रुपए की मांग की।
गौरतलब है कि पिछले दिनों दो तालाब स्थित एमीनेंट कंपनी के खिलाफ ठगी का मामला सामने आया था। बैंगलुरू के संतोष कुमार की शिकायत पर एमीनेंट एडवायजरी कंपनी के दो कर्मचारियों हर्ष ठाकुर और कृष्णा के खिलाफ ऑनलाइन ठगी का प्रकरण दर्ज किया गया था। केस दर्ज होने के बाद अब तक आरोपी फरार हैं। इधर नानाखेड़ा पुलिस ने एमीनेंट एडवायजरी कंपनी के संचालक नरेंद्र पिता हरीश चेतनानी की शिकायत पर साप्ताहिक समाचार पत्र के संपादक शुभम परमार और नितेश परमार के खिलाफ ब्लैकमैलिंग का प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने एक आरोपी नितेश को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अखबार का संपादक शुभम फरार है।
पुलिस ने अब तक फर्जी एडवायजरी कंपनियों को लेकर खुलासा नहीं किया
शहर में फर्जी एडवायजरी कंपनियों ने देशभर में कईं लोगों के साथ ठगी की। पुलिस ने 9 महीने पहले जनवरी माह में भी शहर में एक साथ चार फर्जी एडवायजरी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई कर 130 युवक युवतियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर छोड़ दिया था। पुलिस कार्रवाई के कुछ ही समय बाद फर्जी एडवायजरी कंपनियां फिर से एक्टिव हो गई और लोगों के साथ शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर धोखाधड़ी करने लगी।
जब बैंगलुरू के संतोश कुमार द्वारा दो तालाब स्थित एडवायजरी कंपनी के खिलाफ शिकायत की तो पुलिस ने कंपनी के दो कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की। इसके अलावा फर्जी सिम विक्रेताओं से भी इन एडवायजरी कंपनियों का गठजोड़ सामने आया लेकिन पुलिस ने फिर एक बार तीन एडवायजरी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की लेकिन मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई।
अब जिस कंपनी के खिलाफ खुद धोखाधड़ी का आरोप लगा है उसी के संचालक की शिकायत पर पत्रकारों के खिलाफ पुलिस ने बगैर जांच किए ब्लैकमेलिंग का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
पुलिस कार्रवाई के बाद दोबारा कैसे संचालन शुरू हो जाता है
फर्जी एडवायजरी कंपनियां कैसे संचालित होती है? शहर में कितनी फर्जी एडवायजरी कंपनियां चल रही है। पुलिस कार्रवाई के बाद दोबारा ये कंपनियां कैसे संचालित होकर लोगों के साथ ठगी करना शुरू कर देती है? अब तक कितने आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं? कितनी एडवायजरी कंपनियों के पास सेबी से जारी किया हुआ वैध लाइसेंस है। कौन लोग इन फर्जी एडवायजरी कंपनियों के पीछे काम करते हैं।
एमीनेंट के संचालक के खिलाफ होना चाहिए कार्रवाई
पुलिस ने बैंगलुरू के संतोष कुमार पिता रामसेवक ठाकुर की शिकायत पर एमीनेंट कंपनी के दो कर्मचारियों के खिलाफ ठगी का प्रकरण दर्ज किया है। 13 सितंबर को कंपनी के कर्मचारी हर्ष और कृष्णा के खिलाफ पुलिस ने ठगी का प्रकरण दर्ज किया था। केस दर्ज होने को 7 दिन बीत चुके हैं लेकिन अब तक इन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आरोपियों की संख्या बढेगी। मामले में कंपनी के संचालक की भूमिका भी जांच के घेरे में है।
